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सांकेतिक तस्वीर |
चन्दौली। किसान विरोधी बिल बेरोजगारी महंगाई आदि को लेकर सोमवार को सपा कार्यकर्ताओं द्वारा किसान न्याय पदयात्रा निकाल कर इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराने का काम किया गया था।
लेकिन प्रशासन को सपाइयों का यह गुस्सा रास नहीं आया और 500 लोगों पर मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया। इसकी जानकारी होते ही सपाइयों का गुस्सा सातवें आसमान पर हो गया।
इसको लेकर मंगलवार से ही सपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों में उबाल देखने को मिल रहा है। कहीं बैठक तो कहीं गोष्ठी का आयोजन कर इस पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया देने ही नहीं बल्कि अलग अगली रणनीति तैयार करने का काम कर रहे हैं।
इसके तहत बुधवार को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य संतोष यादव के नेतृत्व में अलीनगर कैंप कार्यालय पर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा किया तानाशाह सरकार किसानों ,मजदूरों व बेरोजगारों के आवाज को दबाने का काम कर रही है ।
यही नहीं सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा कर डराने का काम किया जा रहा है। लेकिन सपा कार्यकर्ता इससे डरने वाले नहीं हैं। चाहे जितना भी जोर लगा ले प्रशासन। इस मौके पर छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप यादव, मनोज मास्टर, महेश सोनकर, प्रिंस मिश्रा, अजय सिंह, रामविलास प्रधान ,मनोहर यादव आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वही सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख बाबूलाल यादव ने कहा कि जनता के हित व देश के विकास में एक-एक कतरा सपा कार्यकर्ता देने को तैयार हैं। देश की आजादी के लिए हमारे शहीदों ने जान देकर हमको हमारे संविधान के तहत हमें बोलने व जन विरोधी नीतियों के तहत इन का मुद्दा उठाने का हक दिया है।
लेकिन वर्तमान सरकार के दमनकारी नीति के कारण अंग्रेजों की याद ताजा कर रही है । सपा कार्यकर्ताओं पर एक नहीं बल्कि 10 मुकदमा कर दिया जाए लेकिन पीछे हटने का काम नहीं करेंगे।
source- भूपेंद्र कुमार