रामगढ़ बसपा प्रत्याशी ने डीएम और आरओ पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- मुझे चुनाव हराया गया !

रामगढ़ बसपा प्रत्याशी ने डीएम और आरओ पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- मुझे चुनाव हराया गया !

Hindi Samachar

रामगढ़ विधानसभा के बसपा प्रत्याशी अंबिका यादव ने कैमूर जिला पदाधिकारी एवं आरओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं चुनाव जीत चुका हूं, मुझे जबदस्ती हराया गया है।

हाई लाइट्स:

●सबसे पहले चुनाव आयोग की गाइड लाइन है कि पहले पोस्टल बैलट वोट की गिनती करना है, इसके बाद ईवीएम की गिनती होनी चाहिए है लेकिन ऐसा क्यों नहीं हुआ?

●गिनती शुरू हुई तब से लेकर अंतिम में 32 वें राउंड तक हम बढ़त बनाए रहे और टोटल राउंड की गिनती के बाद हम 305 वोट से राजद उम्मीदवार से आगे थे, फिर कैसे हार गए?

●हमारे अभिकर्ता द्वारा पोस्टल बैलट की री- एकाउंटिंग के लिए लिखित आवेदन दिया गया लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया.

●जब तक पोस्टल बैलट के लिए री-काउंटिंग एवं आरो राजेश सिंह तथा आब्जर्वर पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे.
मीडिया से बातचीत करते हुए

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Report-संजय मल्होत्रा

दुर्गावती (कैमूर)। रामगढ़ विधानसभा के बसपा प्रत्याशी अंबिका यादव ने कैमूर जिला पदाधिकारी एवं आरओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं चुनाव जीत चुका हूं, मुझे जबरदस्ती हराया गया है।

बसपा के प्रत्याशी अंबिका यादव ने 'मीडिया' से बातचीत में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव मतगणना के दौरान सबसे पहले चुनाव आयोग की गाइड लाइन जारी है कि पहले पोस्टल बैलट वोट की गिनती करना है इसके बाद ईवीएम की गिनती होनी चाहिए है।

लेकिन कैमूर डीएम एवं डीसीएलआर के मनमानी और गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए ईवीएम की पहले ही गिनती कर दी गई और उसके बाद पोस्टल बैलट पेपर की गिनती करने में ही बहुत बड़ा धांधली  किया गया।

 जबकि रामगढ़ विधानसभा में पोस्टल बैलट की अंतिम चरण में गिनती किया गया है, जब से गिनती शुरू हुई तब से लेकर अंतिम में 32 वें राउंड तक हम बढ़त बनाए रहे। और टोटल राउंड की गिनती के बाद हम 305 वोट से राजद उम्मीदवार से आगे थे । जहां रामगढ़ विधानसभा के आरओ ने नियम के विरुद्ध जाकर हमारे काउंटिंग एजेंट की अनुपस्थिति में पोस्टल बैलट वोट की गिनती अंतिम चरण में साजिश करके षडयंत्र के तहत हमें हराया गया है।



चुनाव आयोग बताएं कि जिन शिक्षकों की चुनाव संपन्न कराने के लिए ड्यूटी लगी थी क्या वही अपना वोट सही ढंग से नहीं डाल पाएंगे । जो कि पढ़े-लिखे एक शिक्षक हैं, इस तरह की घटना पूरे बिहार में कहीं नहीं दिखाई दिया। लेकिन यहां रामगढ़ में ही ऐसा क्यों?

 यह एक बहुत बड़ी साजिश हमारे साथ कैमूर जिला पदाधिकारी द्वारा 149 पोस्टल बैलट को भोकस कर दिया गया। यह एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है । और हमारे पोस्टल बैलट वोट के बंडल को राजद प्रत्याशी के वोट में अकाउंट कर दिया गया और जब हमारे अभिकर्ता एवं काउंटिंग एजेंट द्वारा लिखित में जब मांग करते रहे कि हमें पोस्टल बैलट के बंडल को खोल कर दिखाया जाए, तो आरओ एवं जिला पदाधिकारी द्वारा पोस्टल बैलट के बंडल को खोल कर दिखाना तो दूर बंडल को ही नहीं दिखाया गया।

 जहां हमारे अभिकर्ता द्वारा पोस्टल बैलट की री एकाउंटिंग के लिए लिखित आवेदन दिया गया लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया।

 उसके बाद हमने कैमूर डीएम से री-काउंटिंग की गुहार लगाई लेकिन हमारी एक भी नहीं सुनी गई और ना ही रिकाउंटिंग किया गया। इससे जग जाहिर होता है कि जिला पदाधिकारी और आरओ के मिलीभगत से बहुत बड़ी साजिश और धांधली कर हमें हराया गया है।

 अगर मुझे न्याय नहीं मिलता है तो मैं सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जन आंदोलन करने को बाध्य एवं विवश हो जाएंगे। श्री यादव ने यह भी कहा कि मतगणना के दिन देर रात तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी टोटल राउंड की गिनती के बाद मुझे जीत दिख रहा था और पोस्टल बैलट वोट को नहीं देखा गया था, तब हमने अपनी आवाज को बुलंद करते हुए भारतीय निर्वाचन पदाधिकारी के यहां भी कंप्लेन किया और उचित कार्यवाही नहीं होने पर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाउंगा।

जब तक पोस्टल बैलट के लिए री-काउंटिंग एवं आरो राजेश सिंह तथा आब्जर्वर पर कार्रवाई नहीं होती है तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे।