Hindi Samachar- बिहार
एक तरफ किसान अपने समर्थन मूल्य को लेकर देश के विभिन्न राज्यों से दिल्ली कूच कर रहे हैं। दूसरी तरफ दुर्गावती प्रखंड में कृषि पदाधिकारी एवं बीज सप्लायर की मिलीभगत से चने का बीज में 100 % सब्सिडी है। पर, 3500 रुपए में दिया जा रहा है।
दुर्गावती (कैमूर )। किसानों ने कृषि विभाग के ऊपर लगाया आरोप कहा कि एक तरफ किसान अपने समर्थन मूल्य को लेकर देश के विभिन्न राज्यों से दिल्ली कूच कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ दुर्गावती प्रखंड में कृषि पदाधिकारी एवं बीज सप्लायर की मिलीभगत से चने का प्रत्यक्षण बीज जिसमें 100 % सब्सिडी है। उसको सादे कागज पर दस्तखत कर किसानों को 3500 रुपए में दिया जा रहा है।
वही जिले के अन्य प्रखंड या बगल के जिलों में यही प्रत्यक्षण चने का बीज की किट को 3280 रुपए में किसानों को दिया जा रहा है। जब इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राज बिहारी से बात की गई तो उन्होंने टालमटोल करते हुए 3500 रु बीज की कीमत बताएं।
जब किसानों ने उनसे कैश मेमो जो सरकार के द्वारा तीन प्रति में काटा जाता है, मांग की तो कैश मेमो छपने का बहाना बनाकर किसानों को सादे कागज पर कैश मेमो बनाकर बिना मुहर लगाए और बिना प्रमाणित किए किसानों को दिया जा रहा हैं।
ऐसे नार्मल चने के बीज पर जो नब्बे रूपये है। 50 सब्सिडी है। गेहूं का बीज 3650 ₹ जिस पर 50% सब्सिडी है मसूर का बीज 93 रुपया केजी है जिस पर भी 50% सब्सिडी है।
क्या कहते हैं यहां के किसान
रामनाथ बिंद सारंगपुर चिरकुट बिंद सारंगपुर नंदकिशोर बिंद रुइया शिव वचन राम सुड़ियां सोनू सिंह कल्याणपुर इंद्रेश सिंह भेरिया ने बताया कि किसानों के साथ घोर अन्याय हो रहा है बिना कैश मेमो के ही सादे कागज पर हस्ताक्षर किसानों से करा लिया जाता है और महंगे दामों पर बीच को वितरण किया जा रहा है किसान मजबूर और लाचार होकर बीज लेने के लिए बाध्य है।
क्या कहते हैं जिला कृषि पदाधिकारी
पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसकी जांच कराई जाएगी और जांच में दोषी पदाधिकारी या कर्मचारी पाए गए तो त्वरित कार्रवाई होगी।
...(रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा)