Hindi Samachar/ कैमूर
इन दिनों कोरोना महामारी काल में भी सड़क पर चलने वाली वाहनों को प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। प्राइवेट सवारी गाड़ियां मनमाना ढंग से यात्रियों से पैसा तो लेते ही हैं।
दुर्गावती (कैमूर)। इन दिनों कोरोना महामारी काल में भी सड़क पर चलने वाली वाहनों को प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। प्राइवेट सवारी गाड़ियां मनमाना ढंग से यात्रियों से पैसा तो लेते ही हैं, बशर्तें गाड़ी में सीट से ओवर सवारियों को पशुओं की तरह ठूसने का सिलसिला लगातार बढ़ते जा रहा है ।
यही नहीं प्राइवेट गाड़ी चालक मनमाना भाड़ा भी वसूलने से बाज नहीं आ रहे है। दुर्गावती से 12 किलोमीटर मोहनिया का भाड़ा ₹20 तो भभुआ का ₹40 चंदौली का ₹60 मुगलसराय का ₹80 बनारस का ₹100 हाटा का ₹40 इसिया का 20 नुआंव ककरैथ का 35 ।
ये गाड़ी चालक न जाने कब भाड़ा बढ़ा देंगे इसका कोई अंदाज नहीं लगता है।प्राइवेट गाड़ियों के इस रवैये से परिवहन विभाग से कोई लेना देना नहीं है न हीं स्टैंड में कोई बोर्ड लगा है न ही किसी गाड़ियों में भाड़े का बोर्ड चिपकाया गया है।
जिससे महंगाई के दौर में आने जाने वाले यात्रियों के साथ बेरहमी से भाड़ा वसूलते हैं और यही नही थोड़ा पैसा कम होने पर यात्रियों के साथ मारपीट भी करते हैं।
सबसे हालात खराब तो छोटी गाड़ियों का टेंपो चालक तो नीचे से ऊपर यात्रियों को भरकर उनकी जिंदगी का सौदा रोड पर करते हैं और मनमाना भाड़ा भी वसूलते है। जो बेहद खौफनाक होता है।
यदि सरकार गाड़ियों में भाड़ा का छपा हुआ बोर्ड लगाने का आदेश छोटी और बड़ी हर गाड़ियों को दे दे तो जनता के साथ वाहन मालिकों के द्वारा किए जा रहे जबरन वसूली थम सकती हैं। जिससे यात्रियों को सुविधा भी बिन मांगे भाड़ा देने में हो जाएगी।
.....(रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा)
👉👺दोस्तों, आपको हमारी यह पोस्ट, खबर पसंद आई होगी। इसे अपने दोस्तों में शेयर करें ताकि इस पोस्ट, न्यूज के बारे में पता चल सके। और नीचे कमेंट अवश्य करें, आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी ? यदि आपका कोई प्रश्न है, तो नीचे 👇 Comment बॉक्स में हमें बताएं।