हाय रे ! नीतीश सरकार, किसान गिड़गिड़ाते रहे खड़ी फसल रौंदता रहा सरकारी जेसीबी

हाय रे ! नीतीश सरकार, किसान गिड़गिड़ाते रहे खड़ी फसल रौंदता रहा सरकारी जेसीबी

बिहार राज्य के कैमूर जनपद के दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत कुल्हड़िया गांव में गरीब किसानों की खड़ी गेहूं की फसल को बलपूर्वक प्रशासन ने जेसीबी लगाकर रौंद दिया। 

हाईलाइट्स:

● अगर पहले बिहार सरकार नोटिस दी होती तो किसान नहीं उगाते इस जमीन पर फसल

● जेसीबी से दलितों के गेहूं की खड़ी फसल को रौंद कर बनाया गया रास्ता

● कर्ज, मालगुजारी लेकर परिजनों के भरण-पोषण हेतु खेती करने वाले किसानों पर आई आफत

● किसानों ने लगाया आरोप, एक ही किस्म की जमीन का मुआवजा अलग-अलग, यह भेदभाव दलितों के साथ क्यों?


Breaking Newsदुर्गावती (कैमूर)। बिहार राज्य के कैमूर जनपद के दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत कुल्हड़िया गांव में गरीब किसानों की खड़ी गेहूं की फसल को बलपूर्वक प्रशासन ने जेसीबी लगाकर रौंद दिया। 

किसान का आरोप है कि वे अधिकारियों से गुहार लगाते रहे लेकिन उनका कोई सुनने वाला नहीं था। कुछ किसान मालगुजारी लेकर अपने बच्चों के भरण-पोषण के लिए खेती किए थे। लेकिन उनकी फसल बर्बाद कर दी गई। जिससे उनके सामने खाने-पीने का संकट गहरा गया है।


वहीं कुछ किसानों ने आरोप लगाया कि एक ही किस्म की जमीन का मुआवजा अलग-अलग तरीके से दिया जा रहा है। दलित बस्ती के लोगों ने यह आरोप लगाया कि दलितों की जमीन का मुआवजा कम दिया जा रहा है जबकि पास में ही दूसरे लोगों की जमीन का मुआवजा उनकी जमीन से अधिक दिया जा रहा है। मुआवजा में प्रशासन के द्वारा भेदभाव की रवैया अपनाया जा रहा है। 


इस मौके पर किसान मनोज पासवान, राम लखन राम, बिंदु राम ,मुशई साह, धीरेंद्र सिंह, राणा कुमार सिंह, दुर्गावती कुंवर, प्रभावती देवी, मराछी  कुंवर, झींगन यादव, धनु यादव, दरोगा यादव, बिक्रमा राम, महेंद्र राम, नंदू पासवान ,रामजी पासवान सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।

 वहीं महेंद्र राम ने बताया कि उनका अर्ध निर्मित मकान रास्ता बनाने में जा रहा है लेकिन उन्हें मुआवजा कृषि योग्य भूमि का ही दिया जा रहा है। किसानों ने बताया कि बिहार सरकार दलित विरोधी सरकार है जो गरीब किसानों के ऊपर सरेआम जुल्म अत्याचार शासन-प्रशासन के दबंगई से किया जा रहा है जो यह जीता जागता उदाहरण है। 

 गरीब किसानों की खड़ी गेहूं की फसल को जेसीबी के द्वारा दिनदहाड़े रौद दिया गया, इससे पहले शासन-प्रशासन द्वारा किसानों को अवगत कराना चाहिए और नोटिस भेजना चाहिए कि आप फसल न उगाए नहीं तो हम जेसीबी के द्वारा रौंदने का काम करेंगे।

 अगर इसकी सूचना किसानों को पहले मिल गई होती तो शायद फसल आज रौदा नहीं जाता। आरोप है कि यह अंधी बहरी सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है।

 दुर्गावती सीईओ जितना भी फसल को नुकसान जेसीबी के द्वारा कराए हैं उसका उचित मुआवजा गरीब किसानों नहीं देते हैं तो बाध्य एवं विवश होकर भारी जन आंदोलन जीटी रोड जाम किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी स्थानीय शासन- प्रशासन के लोग होंगे।

Report-संजय मल्होत्रा

दोस्तों, 👉 आपको हमारी यह पोस्ट, खबर पसंद आई होगी। इसे अपने दोस्तों में शेयर करें ताकि इस पोस्ट, न्यूज के बारे में पता चल सके। और नीचे कमेंट अवश्य करें, आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी ? यदि आपका कोई प्रश्न है, तो नीचे 👇 Comment बॉक्स में हमें बताएं।