बिहार का कैमूर बनेगा बिजली का सुपर पावर हब

बिहार का कैमूर बनेगा बिजली का सुपर पावर हब

रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार का कैमूर बिजली का सुपर पावर हब बनेगा। यहां निरीक्षक करने पहुंचे थे। 

निर्माणाधीन पावर हब का प्रगति देखा विधायक सुधाकर सिंह ने, फोटो-pnp











दुर्गावती। कैमूर जनपद के दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खामीदौरा में बन रहे पावर ग्रिड का रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह ने जायजा लिया। 


यहां कहा कि पूरे बिहार में कैमूर बिजली का सुपर पावर हब बनाया जाएगा। चौसा थर्मल पावर से खामीदौरा पावर ग्रिड को मिलेगी। बिजली बता दें कि वैसे तो पूरे बिहार में कैमूर खासकर दुर्गावती औद्योगिक हब है, जहां बिजली की सर्वाधिक खपत है। तो दूसरी तरफ पूरे बिहार में कैमूर बिजली के क्षेत्र में सबसे बड़ा हब बनने जा रहा है। दो-तीन महीने के बाद कैमूर के तीन ग्रिड को किसी भी स्थिति में 24 घंटे बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी।

ग्रिड के निरीक्षण करने जाते हुए रामगढ़ विधायक



 

आपको बता दें कि 2015 में 19 महीने के लिए बनी महागठबंधन के सरकार में खामीदौरा में सुपरग्रिड की स्वीकृति सरकार की ओर से मिली थी। हालांकि आज के दौर में काम लगभग पूरा हो चुका है, लिहाजा दो-तीन महीने के बाद यह ग्रिड अपने फुल पेज में आ जाएगा।

 

बहरहाल, शनिवार को रामगढ़ से राजद विधायक सुधाकर सिंह ने खामीदौरा सुपरग्रिड का जायजा लिया। जहां मौजूद ग्रिड के टेक्निकल अधिकारियों ने पूरे कॉन्सेप्ट का रोड मैप दिखाया।


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 दरअसल यह ग्रिड में 220 केवीए का है यानी इस ग्रिड में 220 केवीए की बिजली आएगी और मल्टी परपस इस ग्रिड के जरिए 132 केवीए की बिजली फिलहाल कर्मनाशा रामगढ़ और मुंडेश्वरी ग्रिड बिजली देगा इस ग्रिड की खासियत यह है कि इसी ग्रेड से 33 केवीए की बिजली पावर सब स्टेशनों को सप्लाई होगी अधिकारियों ने बताया कि पुसौली पावर ग्रिड से जो बिजली उत्तर प्रदेश के साहूपूरी जाती थी।

विधायक रामगढ़ ने कहा, अब नहीं कटेगी बिजली, फोटो-pnp



 


वह बिजली पुसौली पॉवर ग्रिड से खामीदौरा ग्रिड के रास्ते यूपी के साहूपूरी जाएगी। विधायक ने बताया कि इस ग्रिड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि फिलहाल पुसौली पावर ग्रिड से यह 220 केवीए का बिजली लेगा, लेकिन बक्सर के चौसा में बन रहा विद्युत ताप गृह जिले यानी थर्मल पावर से सीधे बिजली ले सकेगा और सीधे ग्रामीण इलाके के पावर सब स्टेशन को सप्लाई करेगा।


 ऐसी स्थिति में एक तरफ इस इलाके में जहां तेजी से औद्योगिक निवेश होगा तो दूसरी तरफ किसानों को भी निर्बाध रूप से 24 घंटे बिजली मिलेगी। इस दौरान लो और हाई वोल्टेज का शिकायत नहीं होगी । 


इस ग्रिड को लगाने का रोड मैप सन 2015 एवं 16 में तैयार कर लिया गया था अब दो-तीन महीने के इंतजार के बाद पूरे कैमूर जिले को भरपूर बिजली मिलेगी। 


विधायक सुधाकर सिंह ने यह भी बताया कि फिलहाल कैमूर जिले की बिजली खपत कैपसिटी 200 एमबीए है जबकि इसकी क्षमता 400 एमबीए होनी चाहिए। ग्रीड के भीतर स्पेस बहुत अधिक है।


 आवश्यकता के अनुसार इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी ग्रीड के अधिकारियों ने पूरे कांसेप्ट को बारीकी से बताया क्योंकि यह ग्रिड मल्टी परपस है कहीं किसी जगह तकनीकी गड़बड़ी आ जाने के बाद भी बिजली रुकेगी नहीं यानि ब्रेकडाउन नहीं होगा। मल्टीपरपज टेक्नोलॉजी के जरिए बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। आपको 


बता दें कि कैमूर जिले में खासकर दुर्गावती प्रखंड का दक्षिणी इलाके की सिंचाई निजी नलकूप के जरिए होती है लिहाजा 24 घंटे बिजली मिलने के बाद किसान गांव और उद्योग जगत के लोगों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा। निरीक्षण के दौरान स्थानीय विधायक ने पौधरोपण भी किया इस दौरान काफी तादाद में क्षेत्रीय किसान मौजूद रहे।

संवाद सहयोगी: संजय मल्होत्रा