कैमूर: बांस बल्ली के सहारे ग्रामीण उठाते हैं बिजली का लाभ

कैमूर: बांस बल्ली के सहारे ग्रामीण उठाते हैं बिजली का लाभ

 एक तरह कैमूर को बिजली का सुपर पावर हब बनाय जा रहा है वहीं लोगों को बांस बल्ली के सहारे बिजली जलानी पड़ रही है।


दुर्गावती में बांस बल्ली के सहारे बिजली आपूर्ति





दुर्गावती (कैमूर)। एक तरह कैमूर को बिजली का सुपर पावर हब बनाय जा रहा है वहीं लोगों को बांस बल्ली के सहारे बिजली जलानी पड़ रही है। यह मामला है जनपद के दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन सड़क के दक्षिण तरफ स्थित डहला गांव का। 

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यहां बहुत दिनों से ग्रामीण बांस बल्ली के सहारे बिजली का लाभ उठाते आ रहे हैं लेकिन विगत एक माह से आंधी तूफान में बांस बल्ली भो धराशाई हो गया है और बिजली आपूर्ति ठप पड़ा हुआ है।


क्या कहते हैं डहला गांव के ग्रामीण?

 

जहां ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है । डहला गांव के ग्रामीण रामा यादव, धर्मेंद्र सिंह यादव,  राजवंश मल्लाह,  दशरथ चौधरी,  नान्हू चौधरी,  भीमबली यादव,  शिव बचन चौधरी, डिग्री यादव, सिद्धनाथ यादव, राजेश सिंह यादव,  रामप्रवेश यादव आदि ग्रामीणों ने बताया कि बीते एक माह से आंधी तूफान में लकड़ी का पोल तार गिर कर धराशाई हो गया है, जिससे आपूर्ति बाधित है।


 कई ग्रामीणों का एग्रीमेंट समरसेबल मशीन नहीं चल रहा है खास बात तो यह है कि इस समय धान का बिचड़ा ग्रामीणों को खेत में डालना है और बिजली बाधित होने से धान का बिचड़ा सही समय पर नहीं पड़ रहा हैं। 


जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कई बार बिजली विभाग को इसकी सूचना दी गई मगर बावजूद इसके बिजली विभाग के कर्मियों के कान पर जूं भी नहीं रेंग रहा है।


 बता दें कि सरकार विद्युत विभाग की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए  करोड़ों रुपए खर्च कर रही है और दावा किया जाता है कि हर शिकायत का तत्काल निष्पादन किया जा रहा है मगर इस दावे के बावजूद दुर्गावती क्षेत्र के डहला गांव के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली का लाभ सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है।


 खास बात तो यह कि बांस बल्ली के सहारे बिजली का लाभ ग्रामीण उठा रहे हैं, जहां बांस बल्ली दुर्घटना को दावत ही नहीं कभी भी बड़ा हादसा बन सकता है।

संवाद सहयोगी-संजय मल्होत्रा