सात निश्चय योजना पूरी तरह से फेल, चापाकल से निकल रहा गंदा पानी

सात निश्चय योजना पूरी तरह से फेल, चापाकल से निकल रहा गंदा पानी

 खजुरा दलित बस्ती में सात निश्चय योजना के द्वारा लगाए गए पानी टंकी काफी दिनों से बंद पड़ा हुआ है।

नल दे रहा गंदा पानी, खजुरा दलित बस्ती

दुर्गावती (कैमूर)। खजुरा दलित बस्ती में सात निश्चय योजना के द्वारा लगाए गए पानी टंकी काफी दिनों से बंद पड़ा हुआ है।

 पानी टंकी तो लगा दिया गया है और सभी घरों में पाइप पहुंचा दी गई है, लेकिन उक्त योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। जिसका नतीजा है कि एक चापाकल बदबूदार गंदा पानी ऊगल रहा है। जिसको पीने के लिए ग्रामीण कपड़े से छानकर और उसे उबालकर उपयोग में ला रहे हैं।

क्या कहते हैं खजुरा गांव के लोग ?

ग्रामीण प्रदीप राम, अजय राम, निरहू राम, लाल बहादुर राम, विजय बहादुर राम, सुमंत कुमार, संदीप कुमार,मुन्नी राम, केशी राम, गणेश राम, मुराहू राम, ललरी राम, बुद्धू राम, कंचन राम आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में सात निश्चय योजना के द्वारा पानी टंकी लगा दिया गया है। लेकिन, कभी कभार दिखावा करने के लिए चालू किया जाता है। उसके थोड़ी देर चलाने के बाद पुनः टंकी को बंद कर दिया जाता है।

जिसको लेकर ग्रामीण काफी परेशान हैं। नल जल योजना की पानी टंकी लगने के बाद से गांव में जितने भी चापाकल हैं, सब बंद पड़े हुए हैं। 

अधिकारियों से शिकायत, पर सुनवाई नहीं

सात निश्चय योजना इस पानी टंकी के आगे कोई चापाकल पर ध्यान नहीं देता है। जबकि इसकी शिकायत दुर्गावती प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार तथा पीएचडी विभाग से भी किया जा चुका है। लेकिन पदाधिकारी हो या स्थानीय ग्राम प्रतिनिधि कोई ध्यान नहीं देता है। 

उक्त चापाकल निरहू राम के दरवाजे के पास गड़ही के तट पर पीएचडी विभाग के द्वारा लगाया गया है, जो इन दिनों चापाकल मरम्मत के आभाव में गन्दा पानी उगल रहा है। ग्रामीणों ने बिहार सरकार से मांग किया है कि जल्द से जल्द चापाकल को मरम्मत कर सात निश्चय योजना की जांच कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई करें, नहीं तो भारी जन आंदोलन होगा। 

इस संबंध में दुर्गावती प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि ग्रामीण लिखित आवेदन दे,  इसके आलोक में कार्रवाई की जाएगी। पीएचडी विभाग को निर्देशित कर वक्त चापाकल की मरम्मत कराया जाएगा।

संवाद सहयोगी: संजय मल्होत्रा