सार
कैमूर जिले के कर्मनाशा निवासी रत्नेश्वर तिवारी की पुत्री गोल्डी कुमारी का बीपीएससी में चयन से परिवारीजनों में खुशी का माहौल है।
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खुशी:मुंह मीठा कराते परिजन, फोटो-pnp |
हाईलाइट्स:
● सफलता के पीछे पूज्य माता-पिता का सबसे बड़ा योगदान बताया
● पैतृक गांव भलुहारी से लेकर कर्मनाशा तक लोगों में उत्साह
● सन 2019 में 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के मुख्य परीक्षा में 3799 उम्मीदवार हुए थे सफल
● मौखिक परीक्षा दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 तक कराई गई थी
विस्तार
कैमूर (बिहार)। जनपद के दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत कर्मनाशा बाजार निवासी रत्नेश्वर तिवारी की पुत्री गोल्डी कुमारी का बिहार लोक सेवा आयोग में चयन हुआ है।
इस खबर से परिवार में खुशी का माहौल है। लोग एक दूसरे को मिठाई खिला कर मुंह मीठा कर रहे हैं।
वहीं उनके पैतृक गांव भलुहारी से लेकर कर्मनाशा तक क्षेत्र में इस बात को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया।
लोग गोल्डी कुमारी की मेहनत एवं परिजनों के सहयोग का सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि गोल्डी कुमारी ने अपने परिवार के साथ-साथ क्षेत्र का भी नाम रौशन किया है।
वही गोल्डी कुमारी ने बताया कि इस सफलता के पीछे माता पिता का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है । उन्हीं के सहयोग के बदौलत आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं।
बिहार लोक सेवा आयोग के चयन हेतु सन 2019 में 64वी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा अंतर्गत मुख्य परीक्षा में 3799 उम्मीदवार सफल हुए थे। जिनका मौखिक परीक्षा दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 तक लिया गया।
इसके बाद मुख्य लिखित परीक्षा के प्राप्तांक एवं मौखिक परीक्षा के अंक के आधार पर मेघा सूची तैयार कर उम्मीदवारों का चयन किया गया। जिसमें गोल्डी कुमारी का चयन हुआ है।
संवाद सहयोगी: संजय मल्होत्रा