पलामू में नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय स्थापना के 12 वर्ष गुजर चुके हैं। अब भी आधारभूत संरचना की कमी है व शैक्षणिक माहौल तैयार नहीं हो सका है। यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है?
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हाइलाइट्स:
●एआईएसएफ के केंद्रीय अध्यक्ष पहुंचे पलामू
●नीलांबर पीतांबर विवि की वस्तुस्थिति से हुए रूबरू
मेदिनीनगर (पलामू)। पलामू में नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय स्थापना के 12 वर्ष गुजर चुके हैँ। बावजूद अब भी आधारभूत संरचना की कमी है और शैक्षणिक माहौल तैयार नहीं हो सका है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पलामू जिले में संगठन को धारदार बनाया जाएगा।
उक्त बातें आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शूभम बनर्जी ने कही। वे शुक्रवार को स्थानीय परिसदन में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। कहा कि कोरोना से ज्यादा नुकसान विद्यार्थियों को हुआ है। करीब डेढ़ साल से स्कूल और कालेज बंद है।
सरकार अब अधिकांश को अनलाक कर रही है तो कालेजों को अनलाक कर देना चाहिए। कारण कि विद्यार्थियों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। कहा कि झारखंड के 17-18 जिलों में एआईएसएफ का काम है। छात्रहित में कार्यकर्ता संघर्ष जारी रखे हुए हैं।
कहा कि जिला सम्मेलन भी किया जा रहा है। जिला सम्मेलन में कार्यकारिणी की भी घोषणा की जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताया कि पलामू जिले के कार्यकारिणी के लोग छात्रहित में संघर्ष करेंगे और छात्रों की समस्याओं के निदान करेंगे।
कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि सशर्त कालेजों को कोविड के गाइड लाइन का पालन करने करते हुए खोल देना चाहिए। मौके पर प्रदेश महासचिव लवकेश आनंद, प्रदेश अध्यक्ष मेहुल मृर्गेंद्र व जिलाध्यक्ष सुजीत पांडेय आदि मौजूद थे। मालूम हो कि एआईएसएफ के केंद्रीय अध्यक्ष बनर्जी पलामू पहुंचे थे। इस बीच उन्होंने संगठन की पलामू इकाई के पदाधिकारियों ने एनपीयू की गतिविधियों की जानकारी ली। यहां की शैक्षणिक समस्याओं से भी रूबरू हुए।