कैमूर: यह है सुशासन बाबू की पुलिस, जब दलाल बना माध्यम तब दर्ज हुई प्राथमिकी

कैमूर: यह है सुशासन बाबू की पुलिस, जब दलाल बना माध्यम तब दर्ज हुई प्राथमिकी

 तीन महीने पहले 132 केवी ट्रांसमिशन लाईन टावर के एंगल चोरी होने का मामला चार दिन पूर्व पुलिस ने दुर्गावती थाने में एक चर्चित दलाल के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज की।

यह है सुशासन बाबू का दुर्गावती थाना!

हाइलाइट्स

पुलिस के इस आचरण को लेकर  आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह नाराज, कहा, मामला गंभीर है

तीन माह से आनाकानी के बाद एंगल टावर चोरी की घटना में दुर्गावती पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

क्या यह सच है कि प्राथमिकी दर्ज कराने को पुलसिया दलाल को देना पड़ा 20 हजार रुपए!       

संजय मल्होत्रा, दुर्गावती (कैमूर)। आखिरकार तीन महीने पहले 132 केवी ट्रांसमिशन लाईन टावर का एंगल चोरी होने का मामला चार दिन पहले दुर्गावती थाने मे एक चर्चित दलाल के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है, हालांकि इस बीच कंपनी वालों ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कई बार कोशिश की लेकिन नकाम रहे। 


फिर जब वे एक पुलिसिया दलाल को 20 हजार रुपये दिये तब मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बात यह मामला गरम हो गया है। आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने पुलिस के इस आचरण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस घटना को गंभीर बताया है।


खबर है कि जिस दलाल ने एंगल तार चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसकी थाने में खूब चलती है। अंत में कंपनी वालों को उस दलाल के शरण में जाना पङा और गए तो तब उस दलाल के माध्यम से थाने में सुनवाई हो पाई गयी। तब सवाल उठता है कि थानों को दलाल चला रहे हैं।


आश्चर्य जनक पहलू तो यह है कि इस चोरी का मामला तीन माह पूर्व का न दिखाकर 14 जुलाई 2021की तारीख में अमेठी यूपी निवासी प्रार्थी सद्दाम हुसैन से आवेदन में  लिखवाया गया और आवेदन मे 10 टन एंगल चोरी होने की जगह 4 टन दर्शाया ही गया।

प्रार्थना पत्र

 दरअसल मामला यह है कि जीवनाथपुर और कर्मनाशा के बीच में 132 केवी ट्रांसमिशन लाईन टावर लगाने का कार्य आरएस इंफ्रा कंपनी के द्वारा पिछले कई माह से किया जा रहा है। इसी क्रम में दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत भानपुर पिपरी ढङहर गांव के समीप भी टावर लगाए गए थे। 


लॉकडाउन के दौरान इन गावों के पास लगे नौ टावर के करीब 10 टन एंगल अज्ञात चोरों द्वारा चुरा लिया गया था। जब कर्मी साईड पर विजीट करने गए तो देखे कि टावरों का एंगल चोरी हो गया है। यह देख कर्मियों के होश उङ गए. उसके बाद एंगल चोरी होने की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कर्मी थाने पहुंचे। लेकिन उनका  मुकदमा नहीं लिखा गया , फिर भी कर्मी हार नहीं मानीं। 


उनकी बातें सच मानें तो इस केस को लिखवाने के लिए अपने स्तर से प्रयास करते रहे और ये भी पता करते रहे कि किस शख्स के पास पैरवी करने पर थाने में प्राथमिकी दर्ज हो जाएगी।


 और जैसा ही मालूम चला कि एक चर्चित सफेदपोश दलाल है उसके माध्यम से काम हो जाएगा तो कंपनी के कर्मी उसके पास पहुंच गए और दलाल ने उन लोगों से बीस हजार रूपए लिया और कंपनी वालों को लेकर थाने पहुंचा। और 14 जुलाई 2021 की तारीख में थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। हालांकि आवेदन में 13 जुलाई की तारीख में घटनास्थल पर जाने की बात कर्मियों से जबरन लिखवाया गया है, जबकी चोरी की घटना लॉकडाउन के समय तीन माह पूर्व की है, हालांकि पैसे के बल पर ही सही कंपनी वालों का काम उस चर्चित दलाल के माध्यम से हो गया।


 इस घटना से यह प्रतीत होता है कि कभी-कभी दलालों की भूमिका अहम हो जाती है। दुर्गावती थाने में दलालों की दलाली इतनी चमक गई है कि सुबह उठते ही सफेदपोश दलाल थाने पहुंच जाते हैं। इस घटना के बारे में आवेदक सद्दाम हुसैन ने बताया कि मेरे द्वारा दलाल को बीस हजार रूपए दिया गया है। उसमें से उसने पुलिस को कितना दिया अथवा क्या किया। यह हमें नहीं मालूम है। फिर भी आवेदन में 4 टन ही एंगल चोरी लिखवाया गया जबकि एंगल करीब 10 टन चोरी हुआ है।


 खैर जैसे भी हो प्राथमिकी दर्ज हो गया है। आवेदक ने बताया कि थाने में हम लोग के माध्यम से स्वयं काम हो जाता तो दलाल के पास नहीं जाना पड़ता।


क्या कहते हैं दुर्गावती थाना अध्यक्ष: संजय कुमार पासी ने पूछे जाने पर बताया कि इसकी हम जांच पड़ताल कर रहे हैं, जल्द कुछ सार्थक परिणाम निकलेगा।