संयुक्त किसान मोर्चा ने महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ किया प्रदर्शन

संयुक्त किसान मोर्चा ने महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ किया प्रदर्शन

खाली सिलेंडर लेकर गैस, पेट्रोल व डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि व बेरोजगारी के खिलाफ मजदूर किसान मंच, आईपीएफ व अखिल भारतीय किसान सभा ने प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन करते हुए लोग

महंगाई की बोझ लादकर आम जनता को मारने पर तुली है भाजपा सरकार, लोग हो रहे बेरोजगार  

चकिया/चन्दौली। ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ एसकेएम के आह्वान पर आज चकिया त्रिमुहाने पर खाली गैस सिलेंडर लेकर मजदूर किसान मंच व अखिल भारतीय किसान सभा ने किया प्रदर्शन।

 जिसमें "डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों को आधा करें", " तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करें" और "सभी वस्तुओं के लिए एक एमएसपी गारंटी कानून लागू करें" आदि जैसे संदेश लिखे थे। यह सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच किया गया।

पेट्रोल की कीमत एक सौ रुपये तक पहुंची!

वक्ताओं ने कहा कि भारत में आज डीजल और पेट्रोल की कीमत लगभग 100 रुपये प्रति लीटर है। ज्ञात हो कि आम नागरिकों द्वारा भुगतान किए जा रहे ईंधन की कीमतों का 65% कर के रूप में सरकार को जाता है। भारत में ईंधन की कीमतें अभी श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल जैसे हमारे पड़ोसी देशों सहित अन्य देशों की तुलना में काफी अधिक हैं। सच्चाई यह है कि विमानन ईंधन उस ईंधन से सस्ता है जिसका उपयोग किसानों जैसे आम उपभोक्ता करता है। नागरिक इस बोझ को सहन करना जारी नहीं रख सकते हैं और इस संदर्भ में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए।

भारी बरसात में भी जोरदार प्रदर्शन

सभा व प्रदर्शन का नेतृत्व आईपीएफ प्रदेश कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय, अखिल भारतीय किसान सभा जिला अध्यक्ष परमानन्द कुशवाहा, मंत्री लालचंद यादव ने किया। 

 प्रदर्शन में किसान विकास मंच के संगठन मंत्री राम अबध सिंह, किसान नेता रामनिवास पाण्डेय, राम अचल यादव, अमर बहादुर चौहान, भृगनाथ विश्वकर्मा, बेचई कुशवाहा, संतोष चौहान, मनोज चौहान, तबरेज़ आलम, सुनील कुमार सहित कई लोग शामिल रहें।