कहते हैं कि धरती पर डॉक्टर भगवान के दूसरे रूप होते हैं। इस बात को न्यूरो सर्जन डॉ अमित कुमार ने सही साबित करके दिखाया है।
संजय कुमार तिवारी, सासाराम (रोहतास)। कहते हैं कि धरती पर डॉक्टर भगवान के दूसरे रूप होते हैं। इस बात को न्यूरो सर्जन डॉ अमित कुमार ने सही साबित करके दिखाया है।
एमसीएच डीएनबी (हैदराबाद) और बीएचयू ट्रामा सेंटर के पूर्व न्यूरोसर्जन डॉक्टर अमित कुमार ने सासाराम स्थित अपने निजी क्लीनिक में एक ऐसा ही अनोखा दिमाग का ऑपरेशन करके मरीज की जिंदगी बचाई है।
बता दें कि बिहारशरीफ के रहने वाले 45 वर्षीय सुशील कुमार के दिमाग में सैकड़ों कीडों ने अपना घर बना लिया था परंतु शुशील कुमार को इस बात का पता नहीं चल पाया। जब भी सिर दर्द की समस्या होती थी वे दुकान से दवा लेकर खा लेते हैं परंतु 4 दिन पूर्व उनके सिर से खून निकलने लगा और कीड़े भी निकलने लगे।
यह देख सुशील कुमार के होश उड़ गए और किसी संबंधी के माध्यम से सासाराम प्रभाकर रोड मोड़ (जीटी रोड) स्थित डॉ अमित कुमार के निजी क्लीनिक तारा न्यूरो एंड आयनी अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर अमित कुमार ने तुरंत इनके ब्रेन का ऑपरेशन शुरू कर दिया और मरीज सुशील कुमार के ब्रेन में से 1 इंच की लंबाई वाले 100 से अधिक कीड़े निकालकर सफल ऑपरेशन किया। मरीज के दिमाग से कीड़ा निकलने के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और खतरे से बाहर है।
क्या कहते है डॉ अमित कुमार
डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि यह अचंभे वाली बात है कि मरीज के ब्रेन में इतने कीड़े होने के बावजूद भी मरीज जिंदा था। वह भी काफी क्रिटिकल स्थिति में मेरे पास पहुंचा था, जिसका सफल ऑपरेशन करके 100 से अधिक बड़े कीड़े बाहर निकाला गया।
उन्होंने बताया कि उन्हें भी उम्मीद नही थी कि एक इंसान के दिमाग मे इतने सारे कीड़े हो सकते हैं। परंतु सफल आपरेशन कर के मरीज के ब्रेन से सारे कचड़े निकाल दिए गए। मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है। बताते चलें कि इस तरह के बड़े ऑपरेशन अक्सर वाराणसी, दिल्ली, मुम्बई, बंगलोर सहित बड़े- बड़े शहरों और बड़े तथा महंगे अस्पतालों में सुनने और देखने को मिलते हैं।
जहां इस तरह के आपरेशन पर 3 से 6 लाख रुपये तक खर्च आते हैं। परंतु सासाराम जैसे छोटे शहर में इस तरह का बड़ा और आश्चर्यजनक ऑपरेशन वो भी एक लाख से भी कम खर्च में कर के डॉक्टर अमित कुमार ने यह संदेश दिया कि छोटे शहरों में भी बेहतर इलाज मौजूद है। बस जरूरत है भरोसे की।