यूपी: चन्दौली में नहीं है खिलाड़ियों को आगे बढ़ने की सुविधाएं

यूपी: चन्दौली में नहीं है खिलाड़ियों को आगे बढ़ने की सुविधाएं

यूपी में सबसे पिछड़ा कृषि प्रधान जनपद चन्दौली धान के कटोरे में खेल के बीज अंकुरित होकर राष्ट्रीय पटल पर अपना नाम रोशन कर चुके हैं।

छात्र उत्कर्ष दुबे 13 वर्ष संसाधनों और ट्रेनर के अभाव के बावजूद 23 अक्टूबर 2019 को हैंडबॉल में जनपद में प्रथम स्थान आया, फोटो-pnp

असुविधाओं के बावजूद धान के कटोरे में अंकुरित हुए खेल के बीज, राष्ट्रीय पटल पर कर रहे नाम रोशन 

चन्दौली। यूपी में सबसे पिछड़ा जनपद चन्दौली कृषि प्रधान धान के कटोरे में  खेल के बिज अंकुरित होकर राष्ट्रीय पटल पर अपना नाम रोशन कर चुके हैं। लेकिन संसाधनों व खेल मैदान के साथ ट्रेनर की कमी से यहां के बच्चों की प्रतिभा निखर कर सामने नहीं आ रही है।

चंदौली जनपद के पीडीडीयू नगर से मात्र 4 किलोमीटर दूर धूसखास गांव निवासी केंद्रीय विद्यालय मुगलसराय के आठवीं का छात्र उत्कर्ष दुबे 13 वर्ष संसाधनों और ट्रेनर के अभाव के बावजूद 23 अक्टूबर 2019 को हैंडबॉल में जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

वही पिछले वर्ष ही इलाहाबाद में हुए मंडल के हैंडबॉल प्रतियोगिता में मेडल प्राप्त कर जनपद का नाम रोशन किया था। लखनऊ में हो रहे प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में बुधवार को भाग लिया है। इसके साथ ही बिना ट्रेनर और खेल मैदान के ही 10 सेकंड में 100 मीटर का रेस लगाने की क्षमता बरकरार रखा है। 

शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का कोई सहयोग नहीं मिलने से ऐसे बच्चों को प्रोत्साहन नहीं मिल पा रहा है। बातचीत के दौरान इन्होंने बताया कि किसी प्रकार का सहयोग शासन स्तर पर नहीं मिलने से आर्थिक तंगी भी आड़े आ रही है। 

जबकि जनपद के ही हिंगुतरगढ गांव निवासी शिवपाल भाला फेंक कर ओलंपिक में अपना जगह बना लिया। इस तरह की तमाम प्रतिभा संसाधनों के अभाव में दबी हुई है।