खजुरा पंचायत में विकास की खुली पोल, ग्रामीण कंधे पर जूता एवं साइकिल लेकर चलने को मजबूर

खजुरा पंचायत में विकास की खुली पोल, ग्रामीण कंधे पर जूता एवं साइकिल लेकर चलने को मजबूर

 प्रखंड के ग्राम पंचायत खजुरा में सड़क नहीं बनने से ग्रामीण साइकिल एवं जूता को कंधे पर रख कीचड़ में होकर चलने को हैं।
 

संजय मल्होत्रा, दुर्गावती (कैमूर)। प्रखंड के ग्राम पंचायत खजुरा में सड़क नहीं बनने से ग्रामीण साइकिल एवं जूता को कंधे पर रख कीचड़ में होकर चलने को हैं।

 

ग्रामीणों ने बताया कि खजुरा पंचायत में एक भी विकास का कार्य नहीं हुआ है जिसका जीता जागता उदाहरण है। कुल्हड़िया गांव जहां दलित बस्ती में नारकीय स्थिति बनी हुई है।

गांव की गली की यह स्थिति

बता दें कि कुलहड़िया गांव निवासी बाबूलाल राम के घर तक सड़क की बात तो दूर उक्त पंचायत के किसी गांव में शुद्ध रूप से गांव की गलियां नहीं बन पाई है और गांव की गली में ढलाई भी हुआ था। उसको भी तोड़कर सात निश्चय योजना का पाइप डालने के लिए तोड़कर बेकार कर दिया गया है। जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 


स्थानीय ग्रामीण लाचार एवं विवश होकर जूता चप्पल एवं साइकिल को कंधे पर रखकर अपने घर जाते हैं। सात निश्चय योजना में भी बड़ी लूट खसोट किया गया है। जहां सात निश्चय योजना की पाइप को तीन फीट मिट्टी के अंदर डालना है, वहीं मात्र एक फीट का गड्ढा खुदाई करके गलियों में पाइप को डाला गया है। 


खजुरा पंचायत में जमुरनी गांव की स्थिति काफी नारकीय हो गई है जो विकास के नाम पर जीता जागता उदाहरण साबित कर रहा है। सरकार इसकी जांच पड़ताल कराए, सब भ्रष्टाचार उजागर हो जाएगा।