भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्यों ने संयुक्त बयान जारी कर अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे पर चिंता जताई
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कार्यकारणी सदस्य ने जारी किया संयुक्त बयान, फोटो-pnp |
कहा - अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान का कब्जा एवं राष्ट्रपति भवन तथा कार्यालय पर तालिबान का पूर्ण नियंत्रण होना और वहां के आम जनता पर तालिबान का फरमान जारी करना यह आतंकवादी कार्रवाई नजर आ रही है।
तालिबानी कहता कुछ है और कर कुछ रहा है। जिस प्रकार से तालिबानी प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला रिपोर्टर को निकाला गया और सभी महिलाओं को पुनः बुर्का पहनने के लिए मजबूर होना पड़ा।अफगानिस्तान में आम जनता पूर्ण रूप से आतंकित है और वह देश छोड़ने के लिए व्याकुल है।
तालिबानी लड़ाकू देश छोड़ने वालों पर गोली चला रहे हैं। पूरे देश में आतंक फैलाने का काम और अपने विरोधियों को गोली मारने का काम आतंकवादी का ही काम है। आतंक पैदा करना आतंकवादियों का ही काम है। अमेरिका को अपने नागरिकों को निकालने की केवल चिंता है।
लेकिन विश्व में शांति स्थापित कैसे होगा ? मानवाधिकार की रक्षा कैसे होगी इसकी चिंता नहीं है। भारत सरकार भी कुछ भारतीयों को लाकर अपना पीठ थपथपाने में लगी है। लेकिन यह तालिबानी करवाई पर चुप्पी साधे हुए हैं। अमेरिका को हथियार के सौदागर है तो भारत को अपनी पॉलिसी साफ करनी चाहिए।