अब जीविका दीदियां बनाएंगी जयपुर की चूड़ियां

अब जीविका दीदियां बनाएंगी जयपुर की चूड़ियां

 सतत जीविकोपार्जन से जुड़े 25 लाभार्थियों को 15 दिवसीय गैर- आवासीय चूड़ी निर्माण का प्रशिक्षण दिया, जिन्हें जयपुरिया चूड़ी बनाने की अच्छी जानकारी व अनुभव है।

चूड़ियां बनाती दीदियां, फोटो-pnp

25 लाभार्थियों को 15 दिवसीय गैर-आवासीय चूड़ी निर्माण का दिया गया प्रशिक्षण, करेंगी कमाई

संजय कुमार तिवारी, नोखा (रोहतास)।  जनपद रोहतास के नोखा प्रखंड के श्रीखिंडा स्थित पंचायत पंचायत भवन में सतत जीविकोपार्जन से जुड़े 25 लाभार्थियों को 15 दिवसीय गैर- आवासीय चूड़ी निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण नजमा खातून एवं मोहम्मद अफसर द्वारा दिया गया है जिन्हें जयपुरिया चूड़ी बनाने की अच्छी जानकारी तथा अनुभव है। 


सतत जीविकोपार्जन योजना में निर्धनमहिलाओं को की जाएगी बराबर मदद


महिलाओं द्वारा चुड़ी कि माँग को देखते हुए, खासकर शादी-विवाह, समारोह, विभिन्न पर्वों इत्यादी में, कई तरह के डिजाइन बनाने के लिए सिखाया गया। इस अवसर पर एसजेवाई नोडल आलोक उपाध्याय ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण विशेष तौर पर वैसी महिलाओं के लिए था जो अत्यंत निर्धन हैं और इनको सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत पहले किसी न किसी व्यवसाय से जोड़ा जा चूका है। उन्होंने कहा कि कोई दीदी परचून की दूकान चला रही है तो कोई दीदी बकरी पालन कर रही हैं। चूड़ी निर्माण प्रशिक्षण में जयपुर कला को सिखाया गया है। इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य है कि दीदी को सतत आय होती रहे। 


इस धंधे में 50 प्रतिशत होगा शुद्ध लाभ


यह एक तरह का व्यवसाय है जो महिलाएँ घर पर बैठकर अन्य घरेलु कार्यों के साथ-साथ कर सकती हैं। इस चूड़ी को अगर होलसेल मूल्य पर बेचते हैं तो 50 प्रतिशत तक का शुद्ध लाभ होता है। प्रशिक्षण प्राप्त बिंदा कुँवर, निर्मला देवी, किरण कुमारी ने बताया कि बहुत अच्छी तरह से चूड़ी बनाने के लिए सिखाया गया है। हमलोग चूड़ी बनाना सीख गए हैं और अब घर पर बनाना शुरू करेंगें और घर के अन्य सदस्यों को भी सिखाएंगे। पहले से जो रोजगार हम कर रहें हैं उसके साथ-साथ इसे भी करेगें और रोजगार को आगे बढ़ाएंगें। इस चूड़ी निर्माण का कार्य कम लागत में शुरू किया जा सकता है और अच्छा लाभ कमाया जा सकता है। 


दीदियों का हमेशा किया जाएगा सहयोग व समर्थन


नोखा प्रखंड परियोजना प्रबंधक मोहम्मद आबिद ने कहा कि प्रशिक्षण के उपरांत हमारा प्रयास होगा कि प्रशिक्षण प्राप्त सभी दीदियाँ इस रोजगार को आगे बढ़ाएँ और लाभ कमाएँ ताकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो और उनके जीवन में बदलाव हो सके। इस रोजगार को शुरू करने के लिए दीदियों को सहयोग और मार्गदर्शन दिया जाता रहेगा ताकि वे इसमें सफल हो सकें।