किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए समाज के विभिन्न तबकों में विस्तार करना होगा : अखिलेन्द्र प्रताप सिंह

किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए समाज के विभिन्न तबकों में विस्तार करना होगा : अखिलेन्द्र प्रताप सिंह

 सम्मेलन में ग्रामीण गरीबों के जीवन यापन, सशक्तिकरण और राजनीतिक अधिकार पर प्रतिनिधियों ने खुलकर विचार विमर्श किया।

राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह, फोटो-pnp

आंदोलन को मजबूत करने के लिए दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में लोगों का हुआ जूटान

 ग्रामीण गरीबों के जीवन यापन, सशक्तिकरण और राजनीतिक अधिकार पर प्रतिनिधियों के बीच खुलकर विचार विमर्श हुआ

 नई दिल्ली। गांव के गरीब परिवार व छोटे किसानों की भलाई व उन्हें आर्थिक रूप से कैसे सशक्त बनाया जाए, उनके राजनीतिक अधिकार और साथ ही वे आंदोलन से कैसे जुड़े इस मुद्दे को लेकर नई दिल्ली के कास्टिंट्यूशन क्लब में आयोजित सम्मेलन में मजदूर किसान मंच के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया गया। सम्मेलन में ग्रामीण गरीबों के जीवन यापन, सशक्तिकरण और राजनीतिक अधिकार पर उपस्थित प्रतिनिधियों ने खुलकर विचार विमर्श किया।

सम्मेलन की कुछ तस्वीरें....




सम्मेलन की शुरुआत यूपी के लखीमपुर में किसानों पर हुए बर्बर हमले से हुआ

सम्मेलन में कर्नाटक, मध्यप्रदेश, हरियाणा, बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों से प्रतिनिधियों ने हिस्सेदारी किया। सम्मेलन की शुरुआत यूपी के लखीमपुर में किसानों पर हुए बर्बर हमले से किया गया। लखीमपुर खीरी में कई किसानों की जान गई और कई बुरी तरह घायल हैं, प्रकरण पर राजनीतिक प्रस्ताव लाया गया। 

सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने मृतक किसानों के प्रति जताया शोक

सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने मृतक किसानों के प्रति शोक व्यक्त किया। मृत किसानों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। सरकार से मांग की गई कि केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के हत्यारे पुत्र की तत्काल गिरफ्तारी की जाए और मंत्री को उनके पद से हटाया जाए।

सम्मेलन में आदिवासी जातियों को जिन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं मिला है उनको जनजाति का दर्जा देने, मानवाधिकारों और हाशिये पर पड़े लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले राजनैतिक और समाजिक कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग भी उठी।

मठ व ट्रस्ट की जमीन का भूमिहीन गरीबों में वितरण व सशक्तिकरण में ग्रामीण गरीबों के विकास के लिए विशेष बजट

 सम्मेलन में मनरेगा, वन अधिकार, ग्राम पंचायत की ऊसर परती, मठ व ट्रस्ट की जमीन का भूमिहीन गरीबों में वितरण व सशक्तिकरण में ग्रामीण गरीबों के विकास के लिए विशेष बजट, सहकारी समितियों को मजबूत करना, ग्रामीण गरीब परिवारों, विशेष कर जनजातियों और आदिवासियों के बच्चों को शिक्षा सुनिश्चित हो, जाति जनगणना जातिगत हो ग्रामीण गरीबों के लिए चिकित्सा सुविधाओं  की विशेष व्यवस्था की मांग उठीं।

सम्मेलन की अध्यक्षता पुलिस विभाग के पूर्व आईजी व आईपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस आर दारापुरी,किसान नेता अशोक तंवर, आदिवासियों के अधिकार के लिए लड़ने वाली माधवी जी, श्रीधर नुर ने किया। एआईपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह सम्मेलन सम्पन्न हुआ और देश के तमाम राज्य से आए तमाम वक्ताओं ने अपने विचार रखें।

दिल्ली में सम्पन्न हुए  सम्मेलन की सम्पूर्ण जानकारी उत्तर प्रदेश से गए मजदूर किसान मंच के राज्य कार्य समिति के सदस्य अजय राय ने दी।