प्राइवेट कम्पनी के टेक्नीशियन के अपहरण की खबर से परेशान पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बेहतरीन गुडवर्क करके उसे ढूंढ निकाला।
सांकेतिक फोटो |
चंदौली। प्राइवेट कम्पनी के टेक्नीशियन के अपहरण की खबर से परेशान पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बेहतरीन गुडवर्क करके उसे ढूंढ निकाला।
खबर है कि उसने खुद अपहरण की साजिश रची थी। उसकी सकुशल वापसी से पुलिस ने राहत की सांस ली है। बता दें की इस टेक्निकल के अचानक गायब होने की घटना मुग़लसराय व पड़ाव के बीच से आई थी।
उसके परिजनों ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी थी, जो जांच के बाद अपहरण की खुद की गड़ी कहानी सामने आई। यह झूठी अपहरण की कहानी मास्टर माइंड दीपक कुमार सिंह निकली जो इंडस टावर कंपनी में टेक्नीशियन पद कार्यरत पर है।
मुगलसराय कोतवाली पुलिस को खुद के अपरहण की साज़िश रचकर भाई और साले के जरिये अचानक लापता दिलाने झूठी सूचना
शातिर दीपक सिंह ने अपने भाई और साले की मदद लेकर पुलिस तक पहुंचाई थी। बख़ूबी इस घटना को अंजाम देने के लिए दोनों को मोहरा बनाया था।
मास्टरमाइंड दीपक के भाई और साले की तहरीर पर पुलिस ने बीजेपी के जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह बबलू सहित भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार ज्योहीं पुलिस को इस अपहरण की घटना को लेकर वह आशंकित हुई। फिर इस घटना के तह तक पहुंचने लगी।
गर्लफ्रेंड के घर से बरामद हुआ टेक्नीशियन दीपक
जांच के कुछ बाद ही पुलिस को यह अपहरण एक साजिश लगने लगा। फिर पुलिस ने मास्टरमाइंड दीपक को उसकी गर्लफ्रेंड के फ्लैट से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार ने इश्कबाजी के चक्कर में शातिर दीपक ने प्री-प्लान के तहत इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस इस अपहरण की झूठी की वजह को लेकर अभी प्राइमरी जानकारी तक ही पहुंची है।
हालांकि अपहरण की कहानी खुद गड़ी हुई सामने आ चुकी है। अभी पुलिस को कुछ और भी हासिल होने की उम्मीद है। आखिर अपहरण के रचने की असल वजह क्या है।
Police का यह बड़ा Good Work
चंदौली SP अमित कुमार के निर्देश में सीओ सदर, इंस्पेक्टर मुगलसराय सहित क्राइम ब्रांच की टीम ने साजिशकर्ता टेक्नीशियन दीपक को 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद था।
SP अमित कुमार के देखरेख में छह माह के अंदर अपरहण के दो मामलें का सकुशल पर्दाफ़ाश हुआ है। इस गुड वर्क को बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।