सरदार वल्लभभाई पटेल जीʼ की जयंती पर अखंड राष्ट्र भारत का उद्घोष

सरदार वल्लभभाई पटेल जीʼ की जयंती पर अखंड राष्ट्र भारत का उद्घोष

 भारत रत्न लौहपुरुष 'सरदार वल्लभभाई पटेल जीʼ की जयंती पर अखंड राष्ट्र भारत का उद्घोष करने के साथ ही विश्वशांति महायज्ञ आयोजन हुआ।

दिल्ली में अखंड राष्ट्र भारत की उद्घोषणा करते बाल योगी व अन्य, फोटो-pnp

नई दिल्ली। 'अगस्त क्रांति 2021' के संस्थापक व मुख्य संरक्षक एवं विश्व पुरोहित यजमान परिसंघ के प्रबंधकर्ता धर्ममूर्ति पंडित लक्ष्मण बालयोगी के सानिध्य में अखंड राष्ट्र भारत का उद्घोष करने के साथ ही विश्वशांति महायज्ञ आयोजन सम्पन्न हुआ।

 महात्मा हजारीलाल मेमोरियल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा जी ने बताया यह कार्यक्रम 'भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जीʼ की जयंती के अवसर पर आयोजित है। 

इस अवसर कहा कि इस महामारी के दौरान परिवार - परिवार से बिछड़े गए काम, व्यापार, लोंगों की नौकरियां तक चली गई। आज देश की स्थिति इस महामारी में बद से बदत्तर हो गयी है। मानवजाति के ऊपर आज इस महामारी की वजह से खतरा बढ़ा है।


 कार्यक्रम में अगस्त क्रांति 2021 के संस्थापक व मुख्य संरक्षक एवं विश्व पुरोहित यजमान परिसंघ के प्रबंधकर्ता धर्ममूर्ति पंडित लक्ष्मण बालयोगी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आजतक उन शहीदों को हमारी युवा पीढ़ी को इतिहास में नहीं पढाया गया। जिन्होंने राष्ट्र के प्रति अपने प्राणों की आहुति दी है। आज राष्ट्र की मांग है कि देश में उन शहीदों का भी मंदिर बनाया जाए ताकि उन वीरों व वीरांगनाओं की शौर्यगाथा व उनके आद्भ्य साहस से आने वाली पीढ़ी भी परिचित हो सके।

 इस मौके पर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 108 शिलाओं का पूजन किया। ये शिलाएं राष्ट्र के प्रति अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों व वीर एवं वीरांगनाओं के लिए रखी गई। ये शिलाए राष्ट्र के प्रति अपने परिवार, अपने मित्र से बेफिक्र होकर राष्ट्र कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों को न्योछावर करने में उन शहीदों व वीर एवं वीरांगनाओं ने तनिक भी संदेह नहीं किया। 

इस कार्यक्रम में बताया गया कि वीरों - वीरांगनाएँ की शिला व प्रतिमाओं की नींव दिल्ली की यमुना नदी के किनारे (सिग्नेचर ब्रिज के आसपास) पर रखी जाएगी। साथ ही देवी-देवताओं व गुरुओं की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा।

 जिससे आने वाली पीढ़ी इन शहीदो को अपना प्रेरणादायी मानकर व उनके देश के प्रति दिए गए बलिदान को याद रखकर और उन से प्रेरित होकर अपने जीवन मे कामयाब होने के लिए व अपने राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए राष्ट्र के हित में कार्य करें।

शान्ति यज्ञ का हुआ आयोजन, फोटो-pnp

उन वीर जवानों की सूची, जिनकी लगाई जाएंगी मूर्तियां

इन शहीदों के नाम:-  अमर बालिदानी शहीद - ए- आजम भगत सिंह जी, शहीद राजगुरु जी, शहीद सुखदेव जी, शहीद मंगल पाडे जी, वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी, वीरांगना झलकारी बाई जी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी, शहीद उधम सिंह जी, शहीद चंद्रशेखर आजाद, शहीद राजा महेंद्र प्रताप, शहीद अशफ़ाकुल्लाह खाँ जी, जननायक जयप्रकाश नारायण जी, मदनमोहन मालवीय जी, शहीद तात्ये टोपे जी, लाल बहादुर शास्त्री जी,  वीर लाला लाजपतराय जी, वीर महाराणा प्रताप जी, कल्पना चावला जी, सरोजिनी नायडू जी, डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जी, बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी, सम्राज राजा मिहिर भोज जी, शहीद पंडित गुरुदत्त विधार्थी जी, दादा भाई नेरोजी जी, आदिवासी समुदाय के भगवान बिरसा मुण्डा जी, डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी, शहीद लोक मान्य तिलक जी, शहीद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, सरदार वल्लभभाई पटेल जी, वीरांगना दुर्गावती जी, (दुर्गा भाभी जी) छत्रपति शिवाजी महाराज जी, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी, सम्भा जी राजे महाराजा आदि वीरो - वीरांगनाएँ की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। 

इस कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा ने बताया की 108 शिलाओं में सभी देवी-देवताओं व धर्म गुरुओं की प्रतिमाओं को भी स्थापित किया जाएगा। 

जिनके नाम प्रमुखता से इस प्रकार से है :- 

जगत रचयिता ब्रह्म जी - पालनकर्ता विष्णु जी, - विनाशकर्ता व कालभैरव महेश जी, 

अंजनीपुत्र हनुमान जी, सिद्धिविनायक गणपति महाराज जी, कार्तिकेय भगवान जी, 

त्रिशक्ती महागौरी जी- महाकाली जी, महासरस्वती जी, 

दश्मेश गुरु (दस गुरु - गुरु नानक देव जी, गुरु अंगद देव जी, गुरु अमर दास जी, गुरु रामदास जी, गुरु अर्जुनदेव जी, गुरु हरगोविंद सिंह जी, गुरु हरराय साहिब जी, गुरु हरकिशन साहिब जी, गुरु तेगबहादुर सिंह जी, गुरु गोविंद सिंह जी) 

जैन तीर्थंकर व स्थानक भगवान महावीर जी, बोद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बद्ध जी, महाभारत के रचियता महार्षि वेदव्यास जी, रामायण के रचयिता महार्षि वाल्मिकी जी, स्वामी विवेकानंद जी, स्वामी विवेकानन्द जी के गुरु रामकृष्ण परमहंस जी आदि गुरुओ की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। 


इस कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा ने बताया इन शहीदों की प्रतिमा को स्थापित करवाने के लिए कार्यक्रम में आए राष्ट्रभक्तों ने उनकी जिम्मेदारी ली और यह राष्ट्रभक्त प्रतिमा को स्थापित करने मे मदद तो करेंगे ही करेंगे साथ ही साथ उनके परिवारो को भी सभी तरह से चाहे तन से हो या मन से हो या धन से हो उन शहीदों के परिवारों को सहयोग करेंगे।

 इन शहीदों की प्रतिमाओं की जिम्मेदारी लेने वाले राष्ट्रभक्तों की प्रतिमा की जिम्मेदारी लेने वालों मे सबसे पहले खुद ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा ने खुद आगे बढ़कर पहली की क्योकि कहा जाता है कि राष्ट्रहित में किया गया कार्य राष्ट्र के सहयोग से ही सम्पूर्ण होता है। जब तक खुद आप आगे बढ़कर खुद नेतृत्व नहीं करोगे तो उन शहीदों के परिवारो की स्थिति व दुर्दशा कैसे सुधरेगी। 

इस कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा ने कार्यक्रमों में आए राष्ट्रभक्तों से इन 108 शिलाओं व उनके परिवार के साथ ही उनके वंशजों से जुड़ने के लिए निवेदन किया। उनके इस निवेदन को सभी राष्ट्रभक्तों ने स्वीकार किया। 

इस कार्यक्रम के जरिए भारत को विश्व स्तर पर मजबूत करने के लिए सभी राष्ट्रभक्त इस कार्यक्रम मे एकत्र हुए। कहा गया कि आज राष्ट्र को मजबूत करने के लिए अखंड राष्ट्र भारत की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। उस पर सभी राष्ट्र भक्तों ने अपने- अपने विचार रखे।


 ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा ने अगस्त क्रांति 2021 की तीन सूत्रीय माँगों को दोहराया 


(1) भारत :- एक राष्ट्र - एक संविधान घोषित हो 


(2) भारत :- धर्म सापेक्ष राष्ट्र घोषित हो


 (3) भारत के सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों को एकीकृत करके राष्ट्रीय धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन हो।

 इस कार्यक्रम के अन्त में राष्ट्रप्रेमियों से निवेदन किया कि आप भी आगे आकर राष्ट्र के प्रति दिए गए बलिदानियों के वंशजों का सहयोग करें।