BJP को सत्ता से हटाने को सबकी एकजुटता जरूरी : वाम लोकतांत्रिक संगठन

BJP को सत्ता से हटाने को सबकी एकजुटता जरूरी : वाम लोकतांत्रिक संगठन

 28 दिसंबर को सीपीएम, भाकपा माले ,सीपीआई, आईपीएफ का चकिया तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन का एलान किया गया।
बैठक करते हुए वाम जनतांत्रिक दल के पदाधिकारी, फोटो-pnp 

● चकिया के वाम जनतांत्रिक दलों की बैठक में हुई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा

● कहा- भाजपा, सपा एक दूसरे के विरोध पर जीवित हैं, ऐसा प्रतिनिधि चुने जो पांच साल काम करे

 चंदौली, चकिया। एमएसपी पर सभी किसानों का धान क्रय करने की मांग , खाद की किल्लत दूर करने, बढ़ती महंगाई रोको, अल्पसंख्यकों दलितों, महिलाओं पर अत्याचार बंद करो, जरूरतमंदों को मुफ्त राशन किट की स्थाई व्यवस्था ,सभी बेरोजगारों को काम देने, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कर गिरफ्तार करो, जाति जनगणना आदि सवालों पर चर्चा की गई। बैठक में

28 दिसंबर को सीपीएम, भाकपा ( माले) ,सीपीआई, आईपीएफ का ने चकिया तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सपा भाजपा एक दूसरे के विरोध पर जीवित हैं इन दोनों पार्टियों ने जनता की समस्याओं को कभी कम नहीं किया बल्कि और उलझाया।

 सदैव साम्प्रदायिकता को प्रश्रय दिया और भटकाया, लेकिन जब सबसे खतरनाक व कम खतरनाक में चयन करना होता हैं तो हम कम खतरनाक को चयन करतें हैं। 


भाजपा आज लोकतंत्र को खत्म करने पर तुली हैं और संविधान को बदलना चाहती हैं, इसलिए आज भाजपा का विरोध करना सत्ता से हटाना जरुरी हैं। बसपा भाजपा की बी टीम हैं, क्योंकि यह भी भाजपा के ही रास्ते पर चलती हैं जनता के बुनियादी सवालों से कोई लेना देना नहीं हैं।


 आज चकिया में बसपा की सभा में जनता के किसी बुनियादी मुद्दों पर चर्चा नहीं की गई। भाजपा के जन विकास यात्रा में भी जनता का क्या विकास हुआ? इस पर उनके पास कोई जबाब नहीं हैं। 


बैठक में आह्वान किया गया कि चन्दौली जनपद में पांच साल के लिए ऐसे जनप्रतिनिधि को चुनने की जरूरत है, जो केवल जनता की समस्याओं को हल करने का काम करें।


बैठक में सी पी एम के जिला सचिव राम अचल यादव, सीपीआई के जिला सचिव शुकदेव मिश्रा, भाकपा ( माले) के जिला सचिव अनिल पासवान, आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय, किसान सभा जिला अध्यक्ष परमांनद कुशवाहा के अलावा शमभु , राजेन्द्र यादव, शिवमुरत राम, लालमणि विश्वकर्मा, महानंद, भृगुनाथ विश्वकर्मा, नंदलाल, रामाधार, जय प्रकाश विश्वकर्मा, जयनाथ, चौथी राम सहित कई लोग शामिल रहे।