Kaimur Kisan Sangh ने DM के नाम सौंपा दस सूत्रीय ज्ञापन

Kaimur Kisan Sangh ने DM के नाम सौंपा दस सूत्रीय ज्ञापन

किसान यूनियन संघ ने कृषको से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु अध्यक्ष हरि सिंह की अध्यक्षता में जिला पदाधिकारी के नाम दस सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। 

जिला पदाधिकारी अनुपस्थिति में उप विकास आयुक्त से मिलकर सौंपा गया ज्ञापन, फोटो-pnp

कैमूर, कुदरा ( कुमार चंद्रभूषण तिवारी)। किसान यूनियन संघ ने  किसानों से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु अध्यक्ष हरि सिंह की अध्यक्षता में जिला पदाधिकारी के नाम दस सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। 

जिसमें किसानों ने अपनी दस सूत्रीय मांगों को इस तरह से रखा। 

1. प्रति वर्ष किसानों की धान खरीदारी में हो रही देरी के कारणों को हमेशा के लिए समाप्त करने की मांग की गई तथा धान खरीदारी की जो सरकार द्वारा तिथि निर्गत की जाती है उसी दिन से व्यवहारिक रूप से धान की खरीददारी शुरू हो।

2.धान अधिप्राप्ति का पैक्स में ऑनलाइन नंबर लगे तथा किसानों को धान लाने के लिए एक तिथि दी जाए जो पारदर्शी तरीके से चले।

3. धान खरीदारी के जो भी मानक हो वह न्यूज़ पेपर के माध्यम से गजट किया जाए, तथा नमी और खाद का भी मानक होना चाहिए।न की चावल 67% निकालने की बाध्यता होनी चाहिए। 

धान के लिए बोरा किसान को ही लगाना पड़ता है जिसकी कीमत ₹30 प्रति बोरा आता है जो क्विंटल पर 75 लागत आता है। प्रति बोरा 42.5 किलो भरवाया जा रहा है जो क्विंटल पर 3 .75 किलो धान ज्यादा लिया जा रहा है। जिसका खर्च क्विंटल पर रुपए 75 आता है। पल्लेदारी ₹25 प्रति क्विंटल ऊपरी खर्चे पैक्स 50 से 100 प्रति क्विंटल लेती है। धान पास कराई पैक्स तर्क देती है कि बी सी ओ डी सी ओ से लेकर मंत्रालय तक को पैसा खिलाना पड़ता है ।

देखा जाए तो कुल खर्च 225से 275 टोटल धान का प्रति क्विंटल खर्च काटकर  रेट निर्धारित करता है। श्रीमान स्पष्ट करें कि किसान को शुद्ध रूप से कितना रेट प्रति क्विंटल प्राप्त होगा। कितना मास्चर और कितना खाद्य होना चाहिए। और कितने पर कटौती होनी चाहिए प्रति बोरा का धान सहित कितना वजन कर पैक्स को देना पड़ेगा। 

4. किसी भी पैक्स द्वारा किसान का धान न लेने की स्थिति में जिले में एक किसान शिकायत सेल हो जिस पर शिकायत नोट कराने के 48 घंटे के अंदर किसान का फसल लिया जाना चाहिए। तथा पैक्स पर तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए। 

5 .किसानों को पैक्स के माध्यम से उर्वरकों की उपलब्धता कराई जाए। किसानों को पैक्स द्वारा क्रेडिट कार्ड बिजली आदि की समुचित व्यवस्था कराई जाए। 

6. बिस्कोमान या जो भी उर्वरक वितरण केंद्र है, उस पर नियमित उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए तथा रेट की निगरानी समितियां हो।

7. किसान सलाहकार किसान कोऑर्डिनेटर और राजस्व कर्मचारी पंचायत में बैठे और पंचायत के किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं से लाभान्वित कराते रहें।

8. प्रखंड के पदाधिकारी प्रत्येक महीने पंचायत भवन पर बैठक करें,जिसमें मुखिया पैक्स अध्यक्ष सरपंच तथा उनकी कार्यकारिणी के साथ-साथ ग्रामीण और किसान उपस्थित रहे, ताकि किसी भी समस्या का त्वतरित निराकरण हो सके।

9. डीजल की महंगाई के बात जिला प्रशासन ऊपर तक पहुंचाएं।

10.संपूर्ण जिले के प्रत्येक मुख्य सिवानों में रोड रेलवे ट्रैक या अन्य कारणों से जलभराव की विकट समस्या उत्पन्न हो रही है। जिसके कारण फसलें नष्ट हो जा रही है। जिसको सामंजस्य बिठाकर खत्म किया जाए। 

जिला पदाधिकारी की अनुपस्थिति में किसानों के शिष्टमंडल द्वारा उप विकास आयुक्त कुमार गौरव से मिलकर सारी समस्याओं को बताया गया। एवं उक्त ज्ञापन को सौंपा गया। गौरव जी के द्वारा किसानों के समस्याओं अच्छी तरह से सुना और समझा गया एवं आश्वासन दिया गया कि बहुत जल्द ही समस्याओं का समाधान होगा। 

इस अवसर पर जिला के किसान पंकज राय, राजेश पाण्डेय, अनित राय, अफरोज खान, विकास सिंह, संदीप कुमार सिंह, अनिल पाण्डेय, रमेश सिंह, गजानंद यादव, विशाल विक्रम सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।