सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना और सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया|
एड्स जागरूकता रैली निकालते हुए, फोटो- |
●राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं एनसीसी के कैडेट्स ने मिलकर प्रभात फेरी व निकाली जागरूकता रैली|
भभुआ, कैमूर। सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना और सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया।
नोडल पदाधिकारी डॉक्टर सीमा पटेल के नेतृत्व में सम्पन्न हुए कार्यक्रम में
महाविद्यालय के सभी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं एनसीसी के कैडेट्स ने मिलकर एक प्रभात फेरी के रूप में जागरूकता रैली निकाली और भभुआ के लोगों को एचआईवी एड्स के खतरों से अवगत कराते हुए अपने जीवन को सुरक्षित करने के लिए नारों द्वारा प्रेरित किया गया।
सरदार बल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय के परिसर में विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम आयोजित, फोटो-pnp |
तत्पश्चात एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें डॉक्टर अशोक कुमार जिला एड्स अधिकारी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन नोडल पदाधिकारी डॉक्टर सीमा पटेल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर अखिलेंद्र नाथ तिवारी ने दी।
कार्यक्रम में स्वयंसेवक बम कुमार ने अपने कविता पाठ के माध्यम से कहा कि 'जीवन है अनमोल' इसे एड्स से बचाए रखें के माध्यम से एड्स के संक्रमण के बारे में जानकारी दी। वहीं डॉक्टर बृजराज गुप्ता ने सुरक्षित यौन संबंध के माध्यम से बचाव का रास्ता बताया तथा मुख्य वक्ता ने HIV वायरस का शरीर पर असर पर विस्तृत जानकारी दी ।
उन्होंने कहा कि यह बीमारी प्रमुख रूप से संक्रमित म्यूकस मेंब्रेन से फैलता है और शरीर के टी कोशिका सेल्स को प्रभावित करता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को इतना कमजोर कर देता है कि अन्य बीमारियों को संक्रमण करने का मौका मिल जाता है। इसलिये इसे ऑक्यूरेड इम्यून डेफिशियेंसी सिंड्रोम (एड्स ) के नाम से जाना जाता है।
सर्वप्रथम यह 1981 में अफ्रीका के चिंपांजी प्रजाति से उभरा और मानव जाति में फैल गया । आज तक इसका कोई इलाज नहीं है, परंतु एंटी रेट्रो ड्रग्स के माध्यम से इसके लक्षण को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। भारत में 25 लाख एड्स रोगी हैं और युवा देश होने के नाते सुरक्षित यौन संबंध रखना अति आवश्यक है।
डॉ अशोक कुमार ने युवा विद्यार्थियों को एड्स जागरूकता के संवाहक ब्रांड एंबेसडर के रूप में प्रेरित कर इस समाज में जागरूकता फैलाने का उत्तरदायित्व दिया।
एड्स संक्रमित गर्भवती माता के माध्यम से अजन्मे शिशु में सावधानी बरतने पर नही फैलता। न ही साथ उठने, बैठने, खाने, हाथ मिलाने से। एड्स की जागरूकता से इस लाइलाज बीमारी की भ्रांतिया और डर समाप्त किया जा सकता है और रोगियों के प्रति सहानुभूति और सहिष्णुता की आवश्यकता है।
कार्यक्रम पदाधिकारी एवं नोडल अफसर डॉक्टर सीमा पटेल ने बताया की अमृत महोत्सव न्यू इंडिया @ 75 के तृतीय चरण का आज उदघाटन है, जिसके तहत 1 दिसम्बर से 7 दिसम्बर के बीच एड्स विषय पर विस्तृत ज्ञान वर्धन पश्चात सभी विद्यार्थी भाषण प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।
विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर राज्य स्तर के लिए अग्रेषित किया जाएगा। कार्यक्रम में डॉ महेश प्रसाद, डॉक्टर नियाज़ अहमद सिद्दीकी ,डॉक्टर अन्नपूर्णा गुप्ता, डॉक्टर अजीत कुमार राय, डॉक्टर सीमा सिंह एवं स्वयंसेवक अतुल आनंद, मौसम, अनामिका अनन्या, शिवम, गोल्डन, रुचि, रवि नम ,वंशिका एवं अन्य उपस्थित रहे।
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