प्रशिक्षण अंतर्गत कृषि विविधीकरण विषय पर पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल होने हेतु 44 कृषकों का जत्था रांची रवाना किया गया।
प्रशिक्षण के लिए रांची जाते किसान, फोटो- pnp |
● कृषि उत्पादन पर जोर, आत्मा के तत्वावधान में जिले के किसान 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक लेंगे प्रशिक्षण, सारा खर्च सरकार का
BUXAR: वर्तमान परिवेश में बढ़ती हुई जनसंख्या एवं पशुधन की अधिकतम संख्या हेतु भोजन एवं चारे उपलबध कराना बड़ी चुनौती है साथ ही असमय बदलते मौसम की मार झेल रहे किसान अपनी आय बढ़ाने हेतु नई पद्धति की खोज कर रहे हैं।
ऐसे समय में कृषि विविधीकरण महत्वपूर्ण विकल्प के रुप में उभर कर सामने आया है। इसी कड़ी में सदर प्रखंड स्थित बाजार समिति प्रांगण से कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) तत्वावधान में राज्य के बाहर प्रशिक्षण अंतर्गत कृषि विविधीकरण विषय पर पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल होने हेतु 44 कृषकों का जत्था रांची रवाना किया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक,आत्मा श्री मनोज कुमार ने बताया कि जलवायु अनुकूल खेती एवं प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के उदेश्य से जिले के किसानों को पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण पर भेजा गया है जो संस्थान में दिनांक 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
उन्होंने मौके पर किसानों से अपील की कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत प्रशिक्षित कृषक सम्बंधित प्रखंड के अधिकाधिक किसानों को प्रशिक्षित करेंगे। मास,रॉंची के कोर्स समन्वयक संदीप कुमार ने बताया कि पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान समेकित कृषि प्रणाली, फसल चक्र विधि, जैविक खेती, मिश्रित खेती,जलवायु अनुकूल खेती इत्यादि प्रमुख पद्धति को समावेशित करते हुए किसानों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके अलावे किसान अंधाधुॅंध रासायनिक उर्वरक का प्रयोग संतुलित मात्रा में करें, इसके बारे में भी प्रमुखता से जानकारी दी जायेगी।
किसानों के सुविधा हेतु जत्थे में टीम लीडर की प्रतिनियुक्ति की गई है, जिसमें श्री रामनारायण त्रिवेदी तथा सियानंद सिंह शामिल हैं। मौके पर सहायक निदेशक,पौधा संरक्षण गिरीराज कुमार, प्रभारी उप परियोजना निदेशक विकास कुमार राय, आत्माकर्मी चंदन कुमार सिंह, रघुकुल तिलक सहित जत्थे में शामिल सभी कृषक मौजूद थे। रॉंची में पॉच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन
सभी मनुष्य प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रुप से कृषि पर ही निर्भर है। वर्तमान परिवेश में बढ़ती हुई जनसंख्या एवं पशुधन की अधिकतम संख्या हेतु भोजन एवं चारे उपलबध कराना बड़ी चुनौती है साथ ही असमय बदलते मौसम की मार झेल रहे किसान अपनी आय बढ़ाने हेतु नई पद्धति की खोज कर रहे हैं। ऐसे समय में कृषि विविधीकरण महत्वपूर्ण विकल्प के रुप में उभर कर सामने आया है।
इसी कड़ी में सदर प्रखंड स्थित बाजार समिति प्रांगण से कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आत्मा),बक्सर के तत्वावधान में राज्य के बाहर प्रशिक्षण अंतर्गत कृषि विविधीकरण विषय पर पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल होने हेतु चौवालिस कृषकों का जत्था मास,रॉंची रवाना किया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक,आत्मा श्री मनोज कुमार ने बताया कि जलवायु अनुकूल खेती एवं प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के उदेश्य से जिले के किसानों को पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण पर भेजा गया है जो संस्थान में दिनांक 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। उन्होंने मौके पर किसानों से अपील की कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत प्रशिक्षित कृषक सम्बंधित प्रखंड के अधिकाधिक किसानों को प्रशिक्षित करेंगे।
मास,रॉंची के कोर्स समन्वयक संदीप कुमार ने बताया कि पॉंच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान समेकित कृषि प्रणाली, फसल चक्र विधि, जैविक खेती, मिश्रित खेती,जलवायु अनुकूल खेती इत्यादि प्रमुख पद्धति को समावेशित करते हुए किसानों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके अलावे किसान अंधाधुॅंध रासायनिक उर्वरक का प्रयोग संतुलित मात्रा में करें, इसके बारे में भी प्रमुखता से जानकारी दी जायेगी।
किसानों के सुविधा हेतु जत्थे में टीम लीडर की प्रतिनियुक्ति की गई है, जिसमें श्री रामनारायण त्रिवेदी तथा सियानंद सिंह शामिल हैं। मौके पर सहायक निदेशक,पौधा संरक्षण गिरीराज कुमार, प्रभारी उप परियोजना निदेशक विकास कुमार राय, आत्माकर्मी चंदन कुमार सिंह, रघुकुल तिलक सहित जत्थे में शामिल सभी कृषक मौजूद थे।