कैमूर जिले के अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड में लाइनों में लगे किसानों की डीएपी के बाद अब यूरिया भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है।
अब यूरिया खाद को किसानों को लगानी पड़ रही है लाइन,photo-PNP |
● सरकार की उदासीनता के कारण हो रही है खाद की कालाबाजारी
KAIMUR, भभुआ। कैमूर जिले के अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड में लाइनों में लगे किसानों की डीएपी के बाद अब यूरिया भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है, जिससे किसानों को गेहूं बोने में कठिनाई हो रही है।
जिले के सभी किसान मजदूर परेशान दिखे जिसे खाद्य सेंटर पर कतार बंद होकर महिला और पुरुष कई घंटों तक खाद की अपेक्षा करते नजर आए जिसमें सुबह से ही बिना खाए पिए किसान और उनकी महिला कतार में लगी देखने को मिल रहीं हैं।
आपको बता दें कि रामगढ़ प्रखंड में खादो की बहुत किल्लत हो रही है, जिसमें किसान अधिक से अधिक संख्या में कतार बाध्य होकर खाद के लिए इंतजार किए। किसान ने बताया अब डीएपी के बाद यूरिया के लिए लाइन में लगाना पड़ रहा है उन्होंने बताया कि खेतों में अब यूरिया की आवश्यकता है, किसान ने जल्द से जल्द पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की है। बताते चलें की यूरिया खाद की उपलब्धता बहुत कम है, जिनका कोई ठिकाना नहीं है।
बता दें कि खाद को देखते हुए किसान अपने किसानी को लेते हुए अपना कदम आगे की और न बढ़ाते हुए पीछे की ओर बढ़ाते हैं, क्योंकि सरकार की लापरवाही की वजह से खाद नहीं मिल रहा है जिससे किसानों को अतिरिक्त भुगतना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि किसान कई दिनों से एक कतार में वध होकर खाद सेंटर पर कई दिनों तक कई घंटों तक लाइन में खड़े होने के बावजूद भी खाद उन्हें नहीं मिलती जिन का नतीजा यह है जिले में या प्रखंड में उपलब्ध नहीं हो रहा है इसलिए किसान मुश्किल में पड़ गए हैं। आपको बताते चलें किसान को खाद की समस्या और बीज की समस्या बहुत ही दयनीय है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार की उदासीनता के कारण खादों की हो रही है, कालाबाजारी इसमें सरकार यथाशीघ्र अंकुश लगाएं।