राज्यव्यापी अभियान के तहत दहेज प्रथा एवं मद्य निषेध पर किशोर-किशोरियों को किया गया जागरूक

राज्यव्यापी अभियान के तहत दहेज प्रथा एवं मद्य निषेध पर किशोर-किशोरियों को किया गया जागरूक

 किशोर एवं किशोरियों में नेतृत्व,आत्मविश्वास,जागरुकता और क्षमता विकास करना जरूरी है

किशोर-किशोरियों को जानकारी देते जिला समन्वयक, फोटो-Pnp

● सामाजिक कुरितियों से बचाव की दी गयी पूरी जानकारी, जिला समन्वयक ने  सभी बिंदुओं पर डाला प्रकाश 

कैमूर, भभुआ  (विनोद कुमार राम)। रामगढ़ प्रखंड के पंचायत- अहिवास  अंतर्गत ग्राम-महुआरी ,सियरुआं, के अनुसूचित जाति- महादलित टोला मे मद्य  निषेध, बाल-विवाह एवं दहेज उन्मूलन के राज्यवयापी अभियान के अन्तर्गत जन  जागरूकता के उद्देश्य से  किशोर - किशोरी समूह  बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता जय शंकर राम जिला समन्वयक ने किया।

 बैठक में  जिला समन्वयक ने कहा कि किशोर एवं किशोरियों में नेतृत्व, आत्मविश्वास,जागरुकता और क्षमता विकास करना जरूरी है। ताकि वे वास्तविक एवं सामाजिक परिस्थितियों का सामना करके उसका व्यवहारिक हल ढूंढ सके. साथ ही यह भी बताया गया कि बाल - विवाह और दहेज प्रथा के दुष्परिणामों एवं इसके कानूनी प्रावधानों से अपने परिवार एवं टोलों  के लोगों को जागरूक करने की भी जानकारी दी गई ताकि सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में सहयोग कर सके इसके लिए कानूनी प्रावधानों की भी  विस्तृत जानकारी।

उनहोंने यह भी बताया कि किशोर- किशोरी के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी से  अपने क्षेत्र के लोगों को अवगत कराएं। उन योजनाओं से जुडाव कराने में सहयोग करने की जानकारी दी गई.चौबीस घंटे कार्यरत बिहार सरकार का नि: शुल्क दूरभाष नंबर :- 18003456268 एवं 15545 पर किए भी व्यक्ति  अवैध शराब के धंधे के संबंध में सूचना दे सकता है, जिस पर तुरंत कार्रवाई  होगी एवं शिकायत करने वाली की पहचान गुप्त रखी जायेंगे । 


बैठक में  दहेज प्रथा पर भी जानकारी देते हुए कहा कि दहेज एक समाजिक कुरीतियों एवं कानूनी अपराध भी है।दहेज प्रथा की वजह से समाज में लडकियों को उनके जन्म से ही बोझ समझा जाता है और उनके प्रति प्रारंभ से ही भेदभाव का आचरण किया जाता है.खान- पान से लेकर उनके शिक्षा तथा स्वास्थ्य तक में कमी की जाती है उन्हें  लडके की तुलना में बेहतर जीवन शैली नहीं मिल पाती है  दहेज प्रथा के समस्या को जड़ से समाप्त करने में हम सब की अहम भूमिका है।

आईये, हम सब मिलकर बिहार को दहेज मुक्त राज्य बनाने की दिशा में पहल करें.दहेज अपने आप में ही एक बुराई नहीं,बल्कि  कई  अन्य समाजिक बुराईयों की जननी भी है जैसे- लैगिक भेदभाव,कन्या भ्रूण, हत्या,बेमेल विवाह,बाल विवाह ,दहेज हत्या आदि दहेज लेना या देना दोनों दंडनीय अपराध है.साथ ही में बाल - विवाह पर भी विस्तृत जानकारी दिया गया।

 इस बैठक में निम्नलिखित लोग शामिल हुएसमूह अध्यक्ष सीमा कुमारी,आरती कुमारी,रीमा कुमारी,सोनम कुमारी,नीतु कुमारी,वंदना कुमारी,संगीता कुमारी,मालती कुमारी, कुमार,अन्य सामाजिक कार्यकर्ता- राजेन्द्र कुमार, सुनिल कुमार राम,राम प्रवेश राम,वार्ड सदस्य आदि ने भाग ली।