समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव ने दिल्ली बीजेपी कार्यालय में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली
बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करती अर्पणा यादव, फोटो-ट्विटर से. |
● सोशल मीडिया पर लिखा- राष्ट्रहित व जनहित सर्वोपरि, साथ ही 'जय श्री राम' भी लिखा
लखनऊ। यूपी की सियासत में सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
अर्पणा भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के लिए मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच गई थीं। आज दिल्ली के पार्टी कार्यालय में यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया। इससे एक बार फिर मुलायम परिवार में फूट पड़ गई है।
बता दें कि तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए बीजेपी ज्वाइन कर चुकी मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव ने पार्टी ज्वाइन करने के बाद भाजपा को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि मेरे लिए हमेशा राष्ट्र व जनहित सर्वोपरि रहा है। मैं पीएम मोदी के कार्यों व उनकी नीतियों की सदैव प्रसंशक रही हूं।
उल्लेखनीय हो कि बीते विधानसभा चुनाव 2017 में समाजवादी पार्टी ने मुलायम सिंह की छोटी बहू अर्पणा को वाराणसी कैंट से विधानसभा सीट में चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन वह रीता बहुगुणा से चुनाव हार गई थीं। बताते हैं कि इनके बीजेपी ज्वाइन करने के बाद समाजवादी पार्टी में बेचैनी छा गई है और अर्पणा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि "मित्रों, आज मैंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। "राष्ट्रहित सर्वोपरि- जनहित सर्वोपरि। उन्होंने अंत में "जय श्री राम" लिखा।
गौशाला में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ, फोटो-सोशल मीडिया |
बच्चों के साथ अर्पणा यादव, फोटो: सोशल मीडिया से |
हालांकि अभी तय नहीं हुआ है कि अर्पणा को बीजेपी विधानसभा चुनाव लड़ाएगी की नहीं। अर्पणा के बीजेपी ज्वाइन करने के पहले मुलायम परिवार के एक होने के दावे किए जा रहे थे, जैसे अखिलेश-शिवपाल के बीच उभरे खटास में राजनीतिक दल बनने के पहले हुआ करता था। हालांकि, अब चाचा भतीजा एक हो चुके हैं। अब सवाल यह है कि क्या मुलायम परिवार में दिख रही फूट यूपी चुनाव 2022 में सपा को नुकसान पहुंचाएगी। अथवा अर्पणा के बीजेपी में जाने का कोई असर नहीं पड़ेगा।