योगी मेरी हत्या करवाना चाहते हैं, ओमप्रकाश राजभर ने ऐसा क्यूं कहा ?

योगी मेरी हत्या करवाना चाहते हैं, ओमप्रकाश राजभर ने ऐसा क्यूं कहा ?

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से जान को खतरा बताया है |     

SBSP प्रमुख व पूर्व कैबिनेट मंत्री -ओम प्रकाश राजभर, फोटो-pnp

● पत्रकार वार्ता में वीडियो को दिखाते हुए कहा- वाराणासी में बीजेपी के गुंडों ने मुझ पर हमला किया, चुनाव आयोग से बेटे व खुद के लिए मांगी सुरक्षा  

लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से जान को खतरा  का आरोप लगाया है। उन्होंने चुनाव आयोग से बेटे व खुद के लिए सुरक्षा मांगी है। हालाँकि, इसे बीजेपी समर्थक चुनावी स्टंट बता रहे हैं ।       

मंगलवार को अपने लखनऊ आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाया। कहा - वे मेरी हत्या कराना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वाराणासी में बीजेपी ने गुंडे भेजकर मेरी हत्या कराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि मुझे और अरविंद राजभर को सरकार सुरक्षा मुहैया कराए। 

प्रेस कांफ्रेंस में राजभर ने कहा- मुझे मारने की रची गई थी साजिश, फोटो-pnp

उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी में नामांकन के दौरान मेरे साथ अभद्रता हुई। मैं बनारस से जिंदा बचकर लखनऊ पहुंचा हूं। उन्हें  योगी के इशारे पर पुलिस प्रशासन के गुंडों ने वकील के भेष में मेरे ऊपर हमला किया। ओमप्रकाश राजभर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरा कालर पकड़ा गया। मुझे गोली मारने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का निर्देश है कि 3 लोग प्रत्याशी प्रस्तावक और वकील ही अंदर जाएंगे। 

उस दिन 14 फरवरी को वाराणसी में नामांकन के दौरान 4 लोग गेट पर मिलते हैं और हम लोगों के साथ गाली गलौज करते हैं। मेरे बाहर निकलते ही जय श्रीराम के नारे लगाते हुए मुझसे गाली गलौज, अभद्रता की जाती है। श्री राजभर ने कहा कि जिस तरह मेरी कलर पकड़ी गई, मेरे साथ अभद्रता हुई मुझे गोली मारने को बोला गया। वह काफी दुःखद घटना है। 

श्री राजभर ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों से कहा कि मेरी हत्या के बाद मेरी लड़ाई को रूकने मत देना। ओमप्रकाश राजभर अपने जीते जी योगी को अब सत्ता में पहुंचने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को मैंने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर अवगत करा दिया है कि मेरी हत्या की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणासी के कमिश्नर व डीएम के रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता है। उन्होंने अधिकारियों को हटाने की मांग की । 

श्री राजभर ने कहा कि जब हम लोग बाहर निकले तो रिटर्निंग अफसर के 4 लोग गाली गलौज करने लगे।  ओमप्रकाश राजभर ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीएम वाराणसी व पुलिस के अधिकारी भाजपा के निर्देश पर आए थे, उन्होंने हम गरीबों के इलाज किसानों के हक और शिक्षा के लिए लड़न रहे हैं। भाजपा संविधान को नहीं मान रही है। उसे आरक्षण की मांग अच्छा नहीं लग रहा है।   हम आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो भाजपा को पसंद नहीं है।