शिक्षा वो शेरनी का दूध है, जो इसे पियेगा वो शेर की तरह दहाड़ेगा| उक्त पंक्ति सकलडीहा तहसील के एवती गांव निवासी सत्यम कुमार के ऊपर सटीक बैठती है |
एवती गांव में अधिशाषी अभियंता बने सूरज को मिठाई खिलाती मां गीता देवी, फोटो -PNP |
चंदौली, धीना पीएनपी। शिक्षा वो शेरनी का दूध है, जो इसे पियेगा वो शेर की तरह दहाड़ेगा। उक्त पंक्ति सकलडीहा तहसील के एवती गांव निवासी सत्यम कुमार के ऊपर सटीक बैठती है।जिसने भारत की महारत्न कंपनी नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन लिमिटेड में अधिशाषी अभियंता बनकर क्षेत्र व जनपद के नाम रोशन किया।सत्यम के अधिकारी बनने पर गांववासी मुहल्ले व परिजनों को मुंह मीठा कराकर खुशी का इजहार कर रहे है ।
एवती गांव निवासी सत्यम कुमार बचपन से ही बहुत पढ़ने में तेज व मशीनों से बहुत लगाव था।जिसकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी विद्यालय से, इंटरमीडिएट शक्तिनगर से, बी टेक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र, व एम- टेक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी खड़गपुर जो कि भारत का प्रतिष्ठित संस्थान से पूरा किया।सत्यम का नौकरी लगने पर परिजनों व गांव वासियों में खुशी की लहर दौड़ गई ।
सत्यम के पिता श्याम सुंदर घर पर एक छोटी सी दुकान चलाकर परिवार की गाड़ी चलाते है।वही मां गीता देवी शिक्षामित्र की कमाई से पति का सहयोग करती है।मां गीता देवी ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा ना आए उसके लिए बहुत कर्ज़ व गहने बेचने पड़े थे। सत्यम कुमार ने कहा कि मुझे मेरी मां ने 2200 सौ प्रति माह की नौकरी कर मुझे यहां तक पहुंचाई है। बड़ा भाई सुरज कुमार हमेशा हौसला अफजाई करते है।उनका कहना था कि तुम एक दिन बहुत बड़े अधिकार बनोगे।
इंटरमीडिएट की पढ़ाई के समय मामा राजेश कुमार व मामी सुशीला देवी का बहुत योगदान रहा। मित्र चंदन वर्मा विकट परिस्थिति में बहुत साथ दिया।जीवन मे वही सफल होता है जो पिजड़े का परिंदा नहीं है,जो इंसान अपनी असफलता पर शर्मिंदा नहीं है।मैं आज अधिशाषी अभियंता के पद पर रहकर देश की सेवा करेगे।वही नौकरी के साथ-साथ संघ लोक सेवा आयोग की अध्ययन जारी कर परिवार के डीएम बनने के सपने को पूरा करूंगा।