ओड़ौली ग्राम सभा के बंशीधर राय का 15 वर्षीय पुत्र बॉबी राय जिंदगी और मौत के बीच जंग हार गया | मौत के कारण बंशीधर राय की परिवार में मातम का माहौल है |
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आखिर जिंदगी की जंग हार ही गया 15 वर्षीय विशेष राय उर्फ बॉबी |
सकलडीहा, चंदौली। ओड़ौली ग्राम सभा के बंशीधर राय का 15 वर्षीय पुत्र बॉबी राय जिंदगी और मौत के बीच जंग हार गया। उसकी बीती रात 12:00 बजे के आसपास मौत हो गई। मौत के कारण बंशीधर राय की परिवार में मातम का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे कर्मचारी बंशीधर राय को 3 पुत्र हैं, जिनमें सबसे छोटा पुत्र बाबी राय विगत कई वर्षों से एक भयानक रोग मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से ग्रसित था जिसके उपचार के लिए बंशीधर का परिवार जिले के कईअस्पतालों से लेकर प्रदेश स्तर तक चक्कर लगाते हुए थक चुका था। जहां डॉक्टरों के द्वारा इलाज करने के बावजूद भी बंशीधर के तीसरे पुत्र बाबी के हालत में कोई सुधार नहीं हो रही थी।
जिस कारण बंशीधर भी हताश होकर घर पर बैठे हुए अपने पुत्र का इलाज करा रहे थे। वहीं रविवार को रात्रि 12:00 बजे के आसपास बंशीधर के तीसरे पुत्र बाबी की ईह लीला समाप्त हो गई। जहां इस बात की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों के साथ रिश्तेदारों को मिली, सभी लोग बंशीधर के आवास पर एकत्रित हो गए और उनकी पुत्र बाबी के शव का अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर किया गया वहीं बाबी राय की मृत्यु के कारण बंशीधर की पत्नी के साथ परिवार के अन्य लोगों भी गम में डूब गए हैं .
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी कौन सा रोग है ? कारण, लक्षण और इलाज
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारियों का एक समूह होता है, जो प्रगतिशील कमजोरी और मांसपेशियों के नुकसान का कारण बन जाता है। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में, असामान्य जीन (म्यूटेशन) स्वस्थ मांसपेशियों के निर्माण के लिए आवश्यक प्रोटीन के उत्पादन में बाधा पहुंचने लगते है हैं। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी कई प्रकार की होती है। सबसे आम किस्म के लक्षण बचपन में शुरू होते हैं, ज्यादातर लड़कों में। अन्य प्रकार वयस्कता तक सतह पर नहीं आते हैं। वैसे मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई इलाज नहीं है। लेकिन दवाएं और उपचार लक्षणों को प्रबंधित करने और रोग के बढ़ने की गति धीमा करने में मदद कर सकते हैं।