Chandauli News | भारतीय संस्कृति के संवाहक प्रख्यात शिक्षाविद ,दार्शनिक और एक आस्थावन हिन्दू विचारक थे सर्वपल्ली राधाकृष्णन : बलराम पाठक

Chandauli News | भारतीय संस्कृति के संवाहक प्रख्यात शिक्षाविद ,दार्शनिक और एक आस्थावन हिन्दू विचारक थे सर्वपल्ली राधाकृष्णन : बलराम पाठक

प्राथमिक विद्यालय रामपुर में भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया | 

पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित करते प्रधानाध्यापक बलराम पाठक, फोटो: PNP 
By: दिवाकर राय पत्रकार, धीना। जनपद के विकास खंड बरहनी के प्राथमिक विद्यालय रामपुर के प्रांगण में सोमवार को भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर शिक्षक दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें समस्त विद्यालय स्टाफ एवं छात्र छात्राओं ने उत्साह पूर्वक समारोह में भाग लिया।

 इस अवसर पर सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया। तदुपरांत आदर्श शिक्षक बलराम पाठक एवं विद्यालय स्टाफ द्वारा शिक्षक दिवस समारोह के उपलक्ष्य पर केक भी काटा गया। इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए आदर्श शिक्षक बलराम पाठक ने कहा कि शिक्षक कभी बुरे नहीं होते, ये केवल उनके पढ़ाने का तरीका होता है जो एक-दूसरे से अलग होता है और विद्यार्थियों के दिमाग में उनकी अलग छवि बनती है।
 शिक्षक केवल अपने विद्यार्थियों को खुश और सफल देखना चाहते हैं। एक अच्छा शिक्षक कभी अपना धैर्य नहीं खोता और हर विद्यार्थी के अनुसार पढ़ाता है। उन्होंने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन एवं चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस महान विभूति का जन्म 5 सितंबर 1888 ई० को तिरुटृनी तमिलनाडु तथा मृत्यु 17 अप्रैल 1975 ई० को 86 वर्ष की आयु में चेन्नई तमिलनाडु में हुआ। 

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इनके  5 पुत्रियां एवं 1 पुत्र थे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिंदू विचारक थे ।इन्हीं गुणों के कारण सन 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया तथा उनका जन्म दिवस 5 सितंबर भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया। 

प्रधानाध्यापक  ने कहा कि गुरु सदैव छात्रों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। शिक्षक उस माली के समान है जो एक बगीचे को अलग-अलग रूप रंग के फूलों से सजाता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय रामपुर के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और समस्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया। प्रधानाध्यापक  द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करके उनका उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन किया गया। छात्र- छात्राओं के मध्य मिष्ठान वितरण भी किया गया। इस अवसर पर लकमुद्दीन ,मनीषा, रूहिया खानम, शिवमुनि राम, समस्त रसोइयां  उपस्थित रहीं। 

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