भइया दूज के पावन अवसर पर माताओं , बहनों द्वारा भाइयों की सुख समृद्धि खुशहाली के लिए व्रत रखकर भगवान गोवर्धन की प्रतिमा बनाकर उनके समक्ष पूजा अर्चन की गयी |
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भैया दूज पर गोवर्धन पूजा करती ग्रामीण महिलाएं |
धीना, चंदौली | जिले में धूमधाम से भइया पर्व धूमधाम से मनाया गया। भइया दूज के पावन अवसर पर माताओं , बहनों द्वारा भाइयों की सुख समृद्धि खुशहाली के लिए व्रत रखकर बुधवार को भगवान गोवर्धन की प्रतिमा बनाकर उनके समक्ष पूजा अर्चन की गयी।
ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं एवं बहनों ने व्रत रखकर गूग- भटकइया से अपने भाइयों की मंगलयमय कामना कर गोबर से बने भगवान गोवर्धन की पूजा अर्चना किया। इस दौरान महिलाओं ने कई कहानियां को सुनाया। वह कहानी नहीं बल्कि पूर्व की कथा मानी जाती हैं।
इस दौरान महिलाओं ने बताया कि हम लोग गोवर्धन पूजा के दिन अपने-अपने भाइयों भला बुरा कहकर उनको गाली देती है। तद्उपरान्त उसी गाली के प्रायश्चित करने के लिए भटकइया नामक घास के
काटे से अपने जीह्वा में कोचती है ताकि हमने अपने भाइयों को गाली दी है। उसके बाद भगवान गोवर्धन की पूजा कर लम्बी आयु की कामना करती है। इस संबंध में कई कहानियां प्रचलित है।
यह पर्व रैथा, जनौली, खझरा, बैरी, भैंसउर, डिग्घी, सिकठा, डैना, सिरकलपुर, गोपाल पुर, सबल जलालपुर, आलमखातोपुर, एवंती, रामरूपदासपुर असवरिया ,बहेरी,कमालपुर ,एवती,बसगावा सहित अन्य गांवों में मनाया गया।