अमेरिका की सॉफ्ट इंजीनियर नौकरी छोड़ मछली व्यवसाय में जुटे रायबरेली के सुजीत चौधरी

अमेरिका की सॉफ्ट इंजीनियर नौकरी छोड़ मछली व्यवसाय में जुटे रायबरेली के सुजीत चौधरी


कोरोना कॉल में अमेरिका की सॉफ्ट इंजीनियर नौकरी छोड़ कर इंडिया आया रायबरेली का सुजीत का मछली व्यवसाय में पूरी दुनिया में डंका बजने जा रहा है। मछली निर्यात के लिए अमेरिका और चीन के व्यापारियों से संपर्क साधा है | 

अमेरिका की सॉफ्ट इंजीनियर नौकरी छोड़ मछली व्यवसाय में जुटे रायबरेली के सुजीत चौधरी
                           धीरे-धीरे करीब 50 एकड़ में 35 तालाबों तक फैला कारोबार

हाइलाइट्स : -

👉युवक का डंका मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में पूरी दुनिया में बजने जा रहा

👉प्रधानमंत्री मत्स्य उत्पादन योजना में 8.5 लाख का मिल चूका है सरकारी अनुदान 

👉पाली जा रही पंगेसियास प्रजाति की मछली , 50 एकड़ में 35 तालाबों तक फैला कारोबार 

👉जल्द बनेगा रायबरेली, अमेठी और प्रतापगढ़ झींगा मछली का उत्पादन का बनेगा हब 


रायबरेली, उत्तर प्रदेश । एक ऐसे युवक का डंका बजने वाला है जो कोरोना कॉल में अमेरिका से अपने माता-पिता की बीमारी सुनकर इण्डिया आया था। इस युवक का डंका मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में पूरी दुनिया में बजने जा रहा है। इसका कारोबार धीरे-धीरे करीब 50 एकड़ में 35 तालाबों तक फैल गया है। 


दरअसल यह कहानी है अमेरिका से लौटे और बस्ती के बटलरगंज के मूल निवासी सुजीत चौधरी की, जो कोरोना काल में लखनऊ अपने माता-पिता की देखभाल करने के लिए आना पड़ा  था। उस समय जब चारों तरफ हाहाकार मचा था, तब सुजीत रायबरेली के महराजगंज क्षेत्र के बावन बुजुर्ग बल्ला में मत्स्य पालन की एक छोटी सी शुरुआत कर दी थी । बाद में वह धीरे-धीरे करीब 50 एकड़ में 35 तालाबों तक फैलता गया। यही नहीं उसने इस व्यवसाय को दूसरे इलाके जगतपुर व परशदेपुर में भी प्रारम्भ कर दिया है और यहां किसान भी इसके लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

पाली जा रही पंगेसियास प्रजाति की मछली 


बताया जाता है कि उसके तालाबों में सबसे अधिक बिकने वाली पंगेसियास प्रजाति की मछली पाली जा रही है। इसके अलावा भी यहां पर इन्होंने 50 एकड़ भूमि पर और भी तालाब बनाने वाला है। उसने 50 एकड़ भूमि लीज पर ले ली है। जल्द ही इसमें भी मछली पालन शुरू करेगा । सुजीत की मानें तो वह प्रतिवर्ष पांच से छह गुना मछली उत्पादन कर रहा है।  


 बताया कि है उसके इस धंधे में रायबरेली के ही मोहम्मद रहमत और इमान उल हसन भी जुड़े हैं। इसके लिए उन्हें नेशनल बेस्ट फिश फार्म का पुरस्कार पा चूका है। झींगा मछली का उत्तर प्रदेश में उत्पादन बहुत कम होता था। इस वर्ष 7000 करोड़ का निर्यात भारतवर्ष से झींगा मछली का विदेशों में निर्यात हुआ है। जिसमें उत्तर प्रदेश की भागीदारी नहीं थी। लेकिन, अब उत्तर प्रदेश के रायबरेली, अमेठी और प्रतापगढ़ जनपद में झींगा मछली का उत्पादन होने जा रहा है। इसका विदेशों में निर्यात किया जायेगा। इसके लिए पहले से ही अमेरिका और चीन के कई व्यापारियों से संपर्क साधा हुआ है।

सॉफ्टेवयर इंजीनियरिंग छोड़ सुजीत बना किसान

सुजीत चौधरी विदेश में सॉफ्ट इंजीनियर रहे

सुजीत चौधरी विदेश में सॉफ्ट इंजीनियर रहे । उन्होंने नोएडा से 2005 में बीटेक (बैचलर आफ टेक्नालाजी) की डिग्री ली। सबसे पहले नौकरी इंफोसिस कंपनी में मिली। बाद में वह इंडस वैली पार्टनर्स कंपनी से जुड़ गए। फिर 2007 में इसी कंपनी ने एसोसिएट डाइरेक्टर बनाकर अमेरिका भेज दिया। अमेरिका में करीब नौ साल नौकरी किया और फिर 2016 में वह वापस अपने देश लौट आए। 

प्रधानमंत्री मत्स्य उत्पादन योजना में 8.5 लाख का मिला सरकारी अनुदान 


इन्हें दमन में बेस्ट फिश फार्म का अवार्ड भी मिल चुका है। सुजीत को प्रधानमंत्री मत्स्य उत्पादन योजना में 8.5 लाख का अनुदान भी मिला हुआ है। अब उनकी योजना है कि वह एक प्रयोगशाला के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करके लोगों को प्रशिक्षित करें ताकि लोग अपना मछली पालन रोजगार खोल सके।


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