बनारस बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में मतगणना के बाद अध्यक्ष पद पर अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह और महामंत्री पद पर अधिवक्ता प्रदीप राय निर्वाचित किये गए।
👉राम प्रवेश सिंह को1052 मत ,निकटतम प्रतिस्पर्धी अवधेश सिंह को 817 मत
👉प्रदीप राय को 1367 मत और दूसरे स्थान पर रहे कमलेश सिंह यादव को 1127 वोट
वाराणसी। बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुए बनारस बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में मतगणना के बाद अध्यक्ष पद पर अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह और महामंत्री पद पर अधिवक्ता प्रदीप राय निर्वाचित किये गए।
प्राप्त हुए मतों का विवरण : --
राम प्रवेश सिंह को1052 मत और उनके निकटतम प्रतिस्पर्धी अवधेश सिंह को 817 मतमहामंत्री पद पर निर्वाचित हुए प्रदीप राय को 1367 मत और दूसरे स्थान पर रहे कमलेश सिंह यादव को 1127 वोटवरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर अरविंद पांडेय 1762 मत,उपाध्यक्ष चंद्रशेखर उर्फ गोपाल उपाध्याय 797 मत,कोषाध्यक्ष राजेश प्रजापति 1344 मत,सयुंक्त मंत्री प्रकाशन मुकेश विश्वकर्मा 2002 मत,संयुक्त मंत्री पुस्तकालय अनिल गुप्ता 1696 मत पाकर विजयी घोषित
आज कड़ी सुरक्षा के बीच एल्डर्स कमेटी के देखरेख में मतगणना शुरू हुई। दोपहर तक पड़े 1500 मतों की गणना में अध्यक्ष पद पर रामप्रवेश सिंह अपने निकटतम प्रतिस्पर्धी अवधेश सिंह से आगे चल रहे थे। जबकि वरिष्ठ उपाध्यक्ष एक पद के लिए अरविंद कुमार पांडेय आगे चल रहे थे। इसी तरह उपाध्यक्ष 10 वर्ष से उपर एक पद पर चन्द्रशेखर गोपाल उपाध्याय स्वतन्त्र जायसवाल से आगे चल रहे थे। महामंत्री पद पर प्रदीप राय अपने निकटतम प्रतिस्पर्धी कमलेश यादव से आगे चल रहे थे। दोपहर में ही लीड लेने वाले प्रत्याशियों के समर्थक अधिवक्ता ने दोपहर में ही अपनी जीत पक्की मान ली थी।
बनारस बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष, महामंत्री समेत आठ पदों पर 33 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे थे। एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन क्षत्रधारी सिंह के अनुसार चुनाव में कुल 4901 मतदाताओं में 3606 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। 73.57 फीसदी मतदान हुआ।
चुनाव सम्पन्न कराने में पर्यवेक्षक दीनानाथ सिंह, राधेश्याम चौबे, सौरभ कुमार श्रीवास्तव, बनारस बार अध्यक्ष धीरेन्द्र नाथ शर्मा, महामंत्री रत्नेश्वर पांडेय, एल्डर्स कमेटी में सदस्य प्रमोद कुमार पाठक, अवधेश कुशवाहा, संजय वर्मा, धर्मेंद्र नाथ शर्मा गुड्डू, सहायक प्रदीप श्रीवास्तव व अजय बरनवाल समेत 70 सहायक चुनाव अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही।