उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रहीं बसपा सुप्रीमो मायावती का 67 वां जन्मदिन रविवार को बरठीं गांव में केक काटकर कर मनाया गया। उनका जन्म 15 जनवरी 1956 को एक साधारण से परिवार में हुआ था।
सकलडीहा, चन्दौली । उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रहीं बसपा सुप्रीमो मायावती का 67 वां बर्थडे रविवार को बरठीं गांव में केक काटकर कर मनाया गया। उनका जन्म 15 जनवरी 1956 को एक साधारण से परिवार में हुआ था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाई राम ने कहा कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती की दिल्ली से पढ़ाई लिखाई हुई थी। उनका सपना कलेक्टर बनने का था। लेकिन राजनीति में उनका प्रवेश काशीराम की विचारधारा से प्रभावित होकर हुआ था। राजनीति में आने से पहले वह एक शिक्षिका थी।
वहीं समाजसेवी निठोहर सत्यार्थी ने बताया कि पूरे भारत में अनुसूचित जाति चेहरे के रूप में दबंग और पढ़ी लिखी कोई नेता है तो वह पूर्व मुख्यमंत्री मायावती हैं। उनके व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा की। पार्टी की नीतियों को जन.जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया। केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताते हुए उस पर जमकर प्रहार किया।
इस मौके पर आरपी नारायण,अरुण रत्नाकर,निरंजन बौद्ध, अमर बहादुर शिशु, सोनू कुमार, बाजीलाल, कांता राम, रामअवध सहित अन्य रहे।