गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अधिकारियों के अनुसार मुलायम सिंह यादव, एस एम कृष्णा, उस्ताद जाकिर हुसैन सहित पांच लोगों को पद्म विभूषण दिया जायेगा |
नई दिल्ली। नई दिल्ली। आज बुधवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर डॉक्टर दिलीप महालनाबिस सहित कुल 26 गुमनाम नायकों को प्रतिष्ठित पद्म सम्मान दिए जाने का एलान की गया। वहीं अधिकारियों के अनुसार एस एम कृष्णा, मुलायम सिंह यादव, उस्ताद जाकिर हुसैन सहित पांच लोगों को पद्म विभूषण दिया जायेगा।
बतादें कि महालनाबिस ने साल 1971 के बांग्लादेश युद्ध के समय शरणार्थियों के शिविरों में सेवा करने के लिए वे अमेरिका से लौटे थे और उन्होंने दुनिया भर में ओआरएस घोल के उपयोग को सबसे अधिक बढ़ावा दिया, जिस वजह से पांच करोड़ से अधिक लोगों की जान बच सकी थी । वहीं दूसरी ओर अधिकारियों के अनुसार एस एम कृष्णा, मुलायम सिंह यादव, उस्ताद जाकिर हुसैन सहित पांच लोगों को पद्म विभूषण देने का एलान किया गया।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के महालनाबिस (87) को उन्हें मरणोपरांत इस साल के देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए चुना गया है। पद्म पुरस्कारों के लिए घोषित नामों में कर्नाटक व गुजरात से आठ-आठ और साथ महाराष्ट्र से 12 व्यक्ति शामिल हैं। अंडमान निकोबार के सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर रतन चंद्र कार, पूर्व सैनिक मुनीश्वर चंदर डावर और सामाजिक कार्यकर्ता हीराबाई लोबी भी को पद्मश्री देने की घोषणा हुयी ।
डावर मध्य प्रदेश में हाशिए पर के लोगों की सेवा में जुटे हैं। वहीं जहां रतन चंद्र कार निकोबार द्वीप समूह में जारवा जनजाति के साथ काम कर रहे हैं। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे को पद्म श्री के लिए चुना गया। ये जागरूकता शिविरों और कार्यक्रमों के माध्यम से स्वदेशी हेराका संस्कृति का संरक्षण और प्रचार किया है। साथ ही 10 प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना करके महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित किया।
पद्म श्री के लिए चुने गए लोगों में सांप पकड़ने वाले मासी सदाइयां और गोपाल और सिक्किम के जैविक किसान तुला राम उप्रेती के साथ 'कन्नूर के गांधी' वीपी अप्पुकुट्टन पोडुवल भी शामिल हैं।