अब कारागार विभाग भी नया लोगो (प्रतीक चिन्ह) लगाएगा | महानिदेशक (कारागार) ने इसे जारी कर दिया है | इस चिन्ह को कारागार विभाग के सभी कर्मी इसे अपनी वर्दी पर नेम प्लेट के ऊपर लगाएंगे |
लखनऊ। अब कारागार विभाग भी नया लोगो (प्रतीक चिन्ह) लगाएगा। महानिदेशक (कारागार) ने इसे जारी कर दिया है। इस चिन्ह को कारागार विभाग के सभी कर्मी इसे अपनी वर्दी पर नेम प्लेट के ऊपर लगाएंगे। इसके पूर्व नवम्बर 2022 माह में पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने उप्र पुलिस का लोगो (प्रतीक चिन्ह) जारी किया था।
दिलचस्प बात यह है कि जिस दिन उप्र पुलिस का लोगो जारी किया गया था उस दिन मंगलवार था और आज जब कारागार विभाग का प्रतीक चिन्ह जारी हुआ है तब भी वही दिन है। पुलिस की भाषा में प्रतीक चिन्ह को ‘इनसिग्निया’ कहा जाता है। इस अवसर पर डीजी जेल आनन्द कुमार ने बताया कि देश के लगभग 24 फीसदी बंदी प्रदेश की जेलों में बंद हैं।
उन्होंने कहा की नि:संदेह उत्तर प्रदेश के कारागार कर्मी पूरे देश में सबसे महत्वपूर्ण व चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन करने में आगे हैं। कारागार विभाग ब्रिटिश कालीन जेलों की शोषक-उत्पीड़क छवि से उबर कर बंदियों के कल्याण व सुधारात्मक गतिविधियों में अपना अप्रतिम योगदान दे रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आजादी के 75वें गौरवशाली वर्षों के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव व नववर्ष 2023 के शुभ अवसर पर कारागार विभाग द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों के लिए जेल मैनुअल 2022 के पैरा 905 में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए कारागार विभाग के समस्त वर्दीधारी कर्मियों को कारागार विभाग का इनसीग्निया (प्रतीक चिन्ह) प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
उत्तर प्रदेश कारागार के समस्त वर्दीधारी कर्मी को इस चिन्ह को वर्दी में दाहिनी ओर सीने पर नेम प्लेट के ऊपर लगाना होगा । उत्तर प्रदेश कारागार विभाग के प्रतीक चिन्ह में काला लाल व सफेद रंग का इस्तेमाल किया गया है। उसमें अशोक का लाट नहीं है। नीचे उत्तर प्रदेश कारागार लिखा है और बीच में दो चाभी की आकृति बनी हुई हैं।