नयी बाजार चौकी इंचार्ज व आरक्षी के जेल जाने के बाद अब सवाल उठने लगा है कि अभी पुलिस महकमे में कितने भूपेश कुशवाहा व विनय यादव पड़े हुए हैं , क्या इन्हें ढूढ पाना आसान होगा ?
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चंदौली पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल |
चंदौली। सकलडीहा कोतवाली में अंतर्गत नयी बाजार चौकी इंचार्ज व आरक्षी के जेल जाने के बाद अब सवाल उठने लगा है कि अभी पुलिस महकमे में कितने भूपेश कुशवाहा व विनय यादव पड़े हुए हैं , क्या इन्हें ढूढ पाना आसान होगा ?
चंदौली पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को आगे बढ़ाते हुए अपने महकमे के प्रति सख्त कदम उठाये हुए हैं। यहां भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अफसरों से लेकर सिपाही के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। पूर्व के आंकड़ों को देखा जाए तो तकरीबन एक दर्जन से ऊपर मातहतों पर कार्रवाई कर चुके हैं। अभी कईयों के खिलाफ जांच भी चल रही है।
बीते जनवरी के प्रथम सप्ताह में ही मुगलसराय कोतवाली में तैनात रहे निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव का घूस लेते वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने निलंबित कर दिया था। इससे पहले 31 दिसंबर 2022 को उन्हें लाइन हाजिर किया गया था। वहीं अलीनगर थाना क्षेत्र के कुछमन रेलवे स्टेशन पर आक्रोशित युवकों द्वारा अग्निपथ के विरोध में बवाल के बाद पुलिस की लापरवाही सामने आने पर इंस्पेक्टर सत्येंद्र विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया गया था।
अभी हाल ही में धानापुर थाना क्षेत्र में एक युवक के घर से पकड़कर लाने का वीडियो वायरल होने के बाद एसएचओ को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। इस तरह से जनपद में एसपी चंदौली द्वारा भ्रष्टाचार से लेकर लापरवाही बरतने पर मातहतों के खिलाफ कार्रवाई करने में सबसे आगे दिखते हैं।
अब सवाल यह है कि आखिर चंदौली में अभी कितने भूपेश और विनय कुमार यादव हैं , जिन्हें ढूंढ पाना आसान नहीं दिख रहा है। बावजूद, नई बाजार चौकी इंचार्ज व आरक्षी के खिलाफ अवैध वसूली में जेल जाना पुलिस महकमें के लिए एक कड़ा संदेश है। ऐसा भी नहीं है कि अच्छे कामों के लिए पुलिस कप्तान पीछे हैं, आए दिन इनके द्वारा टीमों को इनाम और पुरस्कार देकर मातहतों का उत्साहवर्धन भी किया जाता है।