धीना रेलवे लाइन के दक्षिण घोसवां ड्रेन को पाटकर रेलवे द्वारा साइडिंग ब्लाक बनाने का किसानों ने किया विरोध

धीना रेलवे लाइन के दक्षिण घोसवां ड्रेन को पाटकर रेलवे द्वारा साइडिंग ब्लाक बनाने का किसानों ने किया विरोध

रेलवे अधिकारी अप ट्रैक से घोसवां ड्रेन में 5 फ़ीट अपनी जमीन होना बता रहे हैं, ज़बकि राजस्व विभाग रेलवे की जमीन के बाहर ड्रेन का होना बता रहा है | नतीजा विफल रहने पर डीएम के संज्ञान में समस्या लाया गया। 

धीना रेलवे लाइन के दक्षिण घोसवां ड्रेन को पाटकर रेलवे द्वारा साइडिंग ब्लाक बनाने का किसानों ने किया विरोध

👉रेलवे के अधिकारियों और बंधी  डिवीजन, राजस्व विभाग, किसानों के मध्य नहीं बनी बात 

By-DiwakarRai/धीना, चंदौली |पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत स्थित पटना-पंडित दीन दयाल उपाध्याय अप लाइन के दक्षिण धीना समपार रेल फाटक के पास रेल विभाग द्वारा साइडिंग ब्लाक निर्माण हेतु मिट्टी पाटने का कार्य किया जा रहा है, जो घोसवां ड्रेन में 5 फ़ीट पाटने से क्षेत्र के दर्जनों गाँव के पानी निकासी बाधित होने को लेकर क्षेत्रीय किसान लामाबंद होकर विरोध जताया। 

उनकी मांग हैं कि रेल विभाग। बँधी विभाग व राजस्व विभाग को मौके पर बुलाकर समस्या समाधान होने के बाद साइडिंग ब्लाक बनवाया जाए और साथ ही पानी निकासी भी व्यवस्था हो |दानापुर रेल मंडल के अधिकारी, बंधी विभाग, राजस्व टीम मौके पर बुधवार को पहुंचे। रेल विभाग के अधिकारी अपने मैप के अनुसार नाप में ड्रेन में 5 फ़ीट अंदर बता रहे थे और वहीं बंधी  विभाग व राजस्व टीम को लेकर नाप में ड्रेन को रेल कमाण्ड क्षेत्र के बाहर नाप में बता रहा था |


कोई सार्थक परिणाम नहीं निकलने पर किसानों ने साइडिंग ब्लाक कार्य रोककर बँधी विभाग द्वारा डीएम से अवगत कराकर राजस्व टीम गठित कर रेल कमांड क्षेत्र और ड्रेन को चिन्हित कर समस्या समाधान हेतु पत्र के माध्यम से अवगत कराया|

बता दें कि घोसवां ड्रेन की लम्बाई 20 कि मी के लगभग है. जो घोसवां नहर से निकलकर डिगघी, कपसियाँ, बरडीहा, डैना, भैंसा कला(भैंसउर ), गोरखा, भरहुलियाँ,मूड़कपूवां, बेटाडीह, केतकहनी,जेवरियाबाद, जमुड़ा, घोसवां,बाकरपुर,छतेम, पुरवा,रेवसा आदि गाँवों के किसानों के खेतों का पानी डैनागाँव से उत्तर तरफ रेलवे लाइन के समानांतर धीना रेलवे स्टेशन के सामने रेल लाइन के दक्षिण सिकठा गाँव के पश्चिम रेल ट्रैक में बनी पुलिया से उत्तर निकलकर खराठी मौजा होते हुवे अगहर नदी में मिलकर पानी गंगा नदी में चला जाता है | इस ड्रेन को रेल विभाग द्वारा पाट दिये जाने से उपरोक्त गाँवों की जल निकासी बाधित होगी और कई हजार एकड़ खरीफ रबी की फ़सल को नुकसान होगा |

मंडल रेल प्रबंधक दानापुर प्रभात कुमार की पहल पर आईओडब्लू वी. तिवारी, एईयन बक्सर राजेश कुमार के साथ बँधी डिवीज़न के सहायक अभियंता राजेश कुमार यादव, अवर अभियंता सुशील कुमार,सुजीत कुमार पाण्डेय, भू राजस्व निरीक्षक नरवन रमेश सिँह, भू लेख निरीक्षक रविंद्र कुमार,सुशील कुमार मौके पर पहुंचे मगर नतीजाकुछ नहीं निकला  |

यह कार्यक्रम देर शाम तक अधिकारियों, किसानों के बीच चलता रहा |क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में जुटे किसानों ने कहा कि इस समस्या को बंधी विभाग सहित किसान डीएम के समक्ष रखेगा और किसी भी कीमत पर रेल विभाग द्वारा घोसवां ड्रेन जो पानी निकासी का मुख्य रास्ता है और पाटने नहीं दिया जायेगा |

वहीं सहायक अभियंता बंधी राजेश कुमार यादव ने कहा कि धीना समपार फाटक के पास रेलवे ट्रैक के दक्षिण से घोसवां ड्रेन निकली है, रेलवे द्वारा उसे पाटा जा रहा है।  किसान इसका विरोध कर रहे हैं।  इस विवाद को नक्शे से जमीन का मिलान कराया गया अभी विवाद समाप्त नहीं हुआ है और आगे वार्ता कर समस्या का समाधान निकाला जायेगा |

गुरुवार को किसान दरोगा राय, धनंजय उपाध्याय, मनीष राय, सतीश राय, अनिल कुमार राम कुमार राय सहित अन्य किसानों ने रेल विभाग द्वारा घोसवां ड्रेन को पाटकर साइडिंग ब्लाक बनाये जाने के संबंध में जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर संबंधित अधिकारी से मौके का सीमांकन कर रेल कमाण्ड अलग घोसवां ड्रेन का अलग-अलग सीमांकन करने की मांग की है |

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