कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सरकार व पूंजीपति गठजोड़ के विरुद्ध स्टेट बैंक सकलडीहा के सामने धरना-प्रदर्शन किया | प्रदेश महासचिव देवेन्द्र प्रताप सिंह ' मुन्ना ' ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम से एसडीएम को पत्रक दिया |
फोटो: स्टेट बैंक शाखा पर धरना देते हुए कांग्रेसी |
👉 क्रोनी कैपिटलिज्म नीति के विरुद्ध कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
👉 सरकार पूंजीपति गठजोड़ से देश को खतरा, गरीब, मजदूर,किसान, मध्यमवर्ग को नुकसान
👉 महामहिम राष्ट्रपति के नाम से एसडीएम को पत्रक सौंपा
सकलडीहा,चंदौली। विधानसभा सकलडीहा अंतर्गत कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सरकार व पूंजीपति गठजोड़ के विरुद्ध स्टेट बैंक सकलडीहा के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मांगों के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश महासचिव देवेन्द्र प्रताप सिंह मुन्ना ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम से एसडीएम को पत्रक सौपा। मांगों को भेजने का आश्वासन देते हुए एसडीएम ने धरना प्रदर्शन समाप्त कराया।
धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना ने कहा कि भाजपा सरकार की अडानी के पक्ष में क्रोनी कैपिटलिज्म की नीति के कारण देश गहरे आर्थिक संकट के समय में है। भाजपा सरकार ने देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को अडानी समूह को बेच रही है। एलआईसी व स्टेट बैंक जैसे सार्वजनिक संस्थानों को अडानी समूह में निवेश करने को मजबूर कर रही है, जिससे गरीब व मध्यम वर्ग की करोड़ों की बचत जोखिम में है।
देश 75 वर्ष से सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। एक तरफ बेरोजगारी युवाओं के भविष्य को गहरे अंधेरे में ढकेल रही है, भयंकर महंगाई से जनता की कमर टूटी हुई है। नोटबंदी वह गलत जीएसटी से छोटे कारोबार दुकानदार बर्बाद हो रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार नफरत फैलाकर गलत आर्थिक नीतियों को संचालित कर अमीर- गरीब व धर्म- जाति में गहरी आर्थिक- समाजिक खाई पैदा करने में लगी है। वही दूसरी तरफ केंद्र की सरकार ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर चुनी हुई सरकारों को गिराने व लोकतंत्र की हत्या में लगी है।
फोटो: मांगों के समर्थन में एसडीएम मनोज पाठक को धरना स्थल पर पत्रक देते कांग्रेस प्रदेश महासचिव देवेन्द्र प्रताप सिंह मुन्ना |
गलत आर्थिक नीतियों के कारण किसानों की प्रतिदिन की आय भी 27 से कम हो गई है। वहीं प्रधानमंत्री जी के पूंजीपति मित्र अडानी की 1 दिन की कमाई 1000 करोड़ से ज्यादा तक पहुंच गई है। केंद्र की सरकार ने अपनी क्रोनी कैपिटलिज्म नीति के कारण कांग्रेस सरकार में बनाई गई सभी सरकारी उपक्रम, रेल,भेल, सेल,तेल, से लेकर कोयला, बिजली, एयरपोर्ट, बंदरगाह सभी सरकारी उपक्रम अपने पूंजीपति मित्रों को बेंच रहे हैं। गरीबों को और ज्यादा गरीब, अमीरों को और ज्यादा अमीर बनाने जा रहे हैं। साथ ही अब करोड़ों भारतीयों की यह चिंता है कि, हमारा स्टेट बैंक और एलआईसी में जमा पैसा सुरक्षित रहेगा या नहीं रहेगा।
एक तरफ देश में प्रतिदिन 115 गरीब मजदूर आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या को मजबूर हैं। और सरकार उनको और ज्यादा प्रताड़ित करने के लिए मनरेगा का बजट 90000 करोड़ से घटाकर 30000 करोड़ तक कम कर दी है।
सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण जहां देश में 1प्रतिशत पूंजी पतियों के पास देश की करीब 76 प्रतिशत से ज्यादा पूजी एकत्रित हो चुकी है। वही नीचे से 60प्रतिशत आम लोगों के पास केवल देश की 3प्रतिशत ही पूजी शेष रह गई है।
अदानी समूह भाजपा सरकार में 609 में नंबर के पुजी पति से विश्व में दूसरे नंबर पर पहुंच जाता है। अडानी की 8 बिलियन डालर की पूंजी 140 बिलियन डालर तक पहुंच जाती है, वहीं आम आदमी बेरोजगारी महंगाई के कारण महंगे डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, खाद्य तेल, व जरूरत की सामग्री भी खरीदने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहा है।
वही जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव विधानसभा सकलडीहा के प्रभारी अरुण द्विवेदी ने कहा कि, केंद्र की सरकार ने किसानों के फसल की कीमत ना देकर किसानों की आमदनी को खत्म कर दिया है। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है पुनः देश में कंपनी राज कायम करना चाहती है, हम कांग्रेस के कार्यकर्ता यह संकल्प लेते हैं कि जिस प्रकार से हमारे पूर्वजों ने देश से कंपनी राज का खात्मा किया था, उसी प्रकार से हम सब देश में पुनः कंपनी राज कायम नहीं होने देंगे। अंत में राष्ट्रपति के नाम एसडीएम मनोज पाठक को पत्रक सौपते हुए धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
इस मौके पर कोतवाल विमलेश कुमार मौर्या, कस्बा प्रभारी राजकुमार कांग्रेस नेता तरुण पांडे,अरुण द्विवेदी,कुलदीप वर्मा, बंशीधर त्रिपाठी, राज किशोर सिंह, दीनदयाल विश्वकर्मा,दिलीप यादव, शांतेश्वर पांडे, बृजेश सिंह, मनोज सिंह, मंगल सिंह, जगदीश यादव, अब्दुल खालिद,नंदन राय, एहसान खान, घनश्याम राय, विकास यादव, विकास तिवारी, जितेंद्र, कन्हैया प्रजापति, प्रदीप यादव, रियाजुद्दीन, श्याम लाल गौड़,सहित सैकड़ों कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।