राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय के फार्मासिस्ट हर्षवर्धन के व्यवहार को लेकर चिकित्सकों ने गंभीर आरोप लगाये थे, साथ ही कार्य में लापरवाही का भी आरोप था |
चंदौली /लखनऊ । जनपद में स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय के फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। खबर है कि फार्मासिस्ट हर्षवर्धन के व्यवहार को लेकर चिकित्सकों ने गंभीर आरोप लगाये थे, साथ ही कार्य में लापरवाही का भी आरोप था। फिर उनके ऊपर निलंबन की कार्रवाई की गयी है।
बताया जाता है कि राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में तैनात फार्मासिस्ट हर्षवर्धन पर महिला डॉक्टरों ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये गाली-गलौच , मारपीट की धमकी देने का आरोप लगाई थीं ।
इतना ही नहीं जब नौगढ़ के एसडीएम ने 27 अप्रैल को हॉस्पिटल का आकस्मिक निरीक्षण किया था, तब इस निरीक्षण के दौरान भी चिकित्सालय बन्द पाये जाने आदि आरोपों के सम्बन्ध में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
होम्योपैथ के निदेशक प्रो.अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि आयुष मंत्री के निर्देशों के तहत यह कार्रवाई हुई है। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र " दयालु " के स्पष्ट निर्देश देने के बाद प्रदेश में कहीं भी किसी भी स्तर पर अनियमितता या लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है।