अतिक्रमण का खेल : अधिकारी और व्यापारी नहीं चेते तो बरसात में सकलडीहा में दिखेगा बाढ़ का नजारा

अतिक्रमण का खेल : अधिकारी और व्यापारी नहीं चेते तो बरसात में सकलडीहा में दिखेगा बाढ़ का नजारा

तहसील मुख्यालय होने के बाद भी कस्बा की प्रमुख बाहा और नाला व गढ़ई धीरे-धीरे पटता जा रहा है। 

फोटो: सकलडीहा में मिट्टी से पटता जा रहा नाला

सकलडीहा, चन्दौली। तहसील मुख्यालय होने के बाद भी कस्बा की प्रमुख बाहा और नाला व गढ़ई धीरे धीरे पटता जा रहा है। जिससे आने वाले बरसात के दिनों में कस्बावासियों के लिये जल निकासी की प्रमुख समस्या होना तय है। 

कस्बा से लेकर सरकारी कार्यालय और शिक्षण संस्थान बरसात में डूब जाने की संभावना को लेकर ग्रामीण परेशान है। ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर से नाला और बाहों पर अवैध रूप से हो रहे अतिक्रमण केा हटाने व सीवर लाइन बिछाने की मांग किया है।

तहसील मुख्यालय नागेपुर, तेन्दुई, टिमिलपुर, ईटवा, ताजपुर और सकलडीहा कस्बा की प्रमुख बाजार है। जहां करीब तीस हजार से अधिक की आबादी है। प्रतिवर्ष साफ सफाई व नाला निर्माण को लेकर लाखों रूपये खर्च किया जा रहा है। कुछ वार्ड और मार्ग को छोड़कर कहीं भी सीवर पाइप नही बिछाया गया है। पिछले कई साल से बरसात में सकलडीहा के मुख्य मार्ग पर पानी भर जाता था। 

 कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के प्रयास से भारी मशक्क्त के बाद प्रमुख मार्ग पर जलभरॉव की समस्या तो दूर हो गया, लेकिन जल निकासी की प्रमुख बाहा और नाला पर अवैध अतिक्रमण व पाटे जाने से आने वाले बरसात के दिनों में पानी निकासी की प्रमुख समस्या को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।

 ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर से शिकायत दर्ज कराते हुए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने की मांग किया है। उधर, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने इस संदर्भ में डीएम और एसडीएम को फोन कर ग्रामीणों की समस्या दूर करने को कहा है।

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