खनन अधिकारी सुखेंद्र सिंह ने पिछले माह में खनिज लदे लगभग दो हजार ओवरलोड वाहनों का चालान किया, विभाग को 7 करोड़ रुपये अधिक का राजस्व मिला है।
चंदौली। जनपद में तैनात खनन अधिकारी सुखेंद्र सिंह ने पिछले माह में खनिज लदे लगभग दो हजार ओवरलोड वाहनों का चालान किया था। इसके चलते विभाग को 7 करोड़ रुपये अधिक का राजस्व मिला है। खनन अधिकारी सुखेंद्र सिंह के सख्त तेवरों के चलते ओवरलोड वाहनों को लेकर आने-जाने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
जिले को सर्वाधिक राजस्व मिलने से उच्चाधिकारियों की ओर से इस खनन अधिकारी के कार्यों की काफी सराहना हो रही है। इनके मुताबिक शासन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वह लगातार वाहनों की जांच में जुटे हुए हैं और कार्रवाई कर रहे हैं।
पिछले माह जून में 56 लाख रुपये का वसूला राजस्व
उल्लेखनीय हो कि डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने और कार्रवाई के लिए मातहतों को फरमान जारी किया है। डीएम के आदेश के बाद खनन अधिकारी ऐसे वाहनों के खिलाफ सक्रियता से कार्रवाई कर रहे हैं । खनन अफसर ने जून माह में जांच करके 149 वाहनों का चालान किया जिससे लगभग 56 लाख रुपये जुर्माने के रूप में राजस्व वसूला गया।
नौबतपुर के समीप खनन विभाग द्वारा लगाए गए चेक गेट से 1819 ओवरलोड वाहनों का चालान हुआ है। इन वाहनों से 6.50 करोड़ रुपये जुर्माने के रूप में राजस्व मिला है। खनन अधिकारी सुखेंद्र सिंह कहते हैं कि जून माह में अब तक 1968 खनिज लदे ओवरलोड वाहनों का चालान करने से 7 करोड़ से अधिक का राजस्व जमा कराया गया है। आगे भी ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
ऑनलाइन काटा जाता है ओवरलोड वाहनों का चालान
बता दें कि बिहार बॉर्डर की तरफ से आने वाले वाहनों की जांच के लिए नौबतपुर में खनन विभाग ने चेक गेट बना हुआ है। जहां गेट के ऊपर सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। जिससे लखनऊ मुख्यालय और जिला प्रशासन के अफसरों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग होती रहती हैं । मॉनिटरिंग के दौरान नौबतपुर से गुजर रहे मानक विहिन खनिज लदे ट्रकों का इन्ही कैमरों से फोटो और साथ में वीडियो बनाया जाता है। फिर वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर को आधार बनाते हुए वाहन स्वामियों को ऑनलाइन चालान भेज दिया जाता है।