मानवीय संवेदनाओं को समझते हुए अधिकारी और कर्मचारियों को बाल सुरक्षा तथा संरक्षण होना अति आवश्यक है।
🔷एक दिवसीय दौरे पर चन्दौली पहुंची राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य
🔷कोविड में मरने वालें मुखिया के पांच बच्चो को लेपटॉप बांटा
चंदौली । मानवीय संवेदनाओं को समझते हुए अधिकारी और कर्मचारियों को बाल सुरक्षा तथा संरक्षण होना अति आवश्यक है। उक्त बातें एक दिवसीय दौरे पर जनपद में आयीं राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य निर्मला पटेल ने कही।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बाल विवाह किसी भी सूरत में नहीं होगा, इसके लिए हर गांव में आशा कार्यकत्री,आंगनबाड़ी तथा ग्राम प्रधान को लगाया जा रहा है ,जिससे विवाह तय होने के बाद सरकार को समय से सूचना मिल सके। ऐसी स्थिति में मानवीय संवेदनाओं का हनन नहीं होगा ।समाज में सरकार का पक्ष मजबूत रहेगा।
कस्तूरबा विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा तथा भोजन की व्यवस्था मीनू के अनुसार ही होगा।। कबाड़ बिनने वाले तथा चोरी करने वाले बालकों के लिए पांच -पांच अधिकारियों की टीम बनाई गई है,जो अचानक दौरा करके पकड़ कर बच्चो को सरकारी नियंत्रण में रखने केलिए देंगे ।बाल अपराध को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है।कार्यक्रम में कोविड में मरने वालें मुखिया के पांच बच्चो को लेपटॉप बांटा गया ।