नई दिल्ली : बीएसपी की पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ स्टेट यूनिट की बैठक में मायावती के साथ नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद मौजूद

नई दिल्ली : बीएसपी की पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ स्टेट यूनिट की बैठक में मायावती के साथ नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद मौजूद

बीएसपी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित कार्यालय में 3 राज्यों की  स्टेट यूनिट प्रमुख बैठक की जा रही है।



👉बहुजन समाज पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने पर दिया जा रहा जोर

नयी दिल्ली । बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित कार्यालय में 3 राज्यों की प्रमुख बैठक की जा रही है। बैठक में पंजाब चंडीगढ़ हरियाणा स्टेट यूनिट के सभी पदाधिकारी और इंचार्ज समेत प्रदेश अध्यक्ष के साथ संगठन में किए गए कार्य की समीक्षा की जाएगी।

 बैठक की खास बात यह है कि जिन्हें लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए बीएसपी के प्रचार-प्रसार और नीतियों की जिम्मेदारी सौंपी गई उसके नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद भी इस बैठक में उपस्थित हैं।

बैठक का खास उद्देश्य है कि बसपा की नीतियों और उनकी पार्टी की बनाई गई पॉलिसियों को प्रदेश के सभी गांव में जाकर बताने और प्रचार-प्रसार करने पर जोरदिया गया है।

साल 2019 में हरियाणा में खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी बीएसपी


बसपा ने 1991 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने प्रत्याशी 2019 के विधान सभा में चुनाव में उतारे थे। उसके बाद से अब तक पार्टी लगातार चुनाव लड़ती रही है। 1996 के चुनाव में ही ऐसा मौका आया था जब बसपा का कोई विधायक नहीं जीता, अन्यथा हर चुनाव में बसपा का एक विधायक जरूर बनता आ रहा है। प्रदेश में पार्टी का अच्छा खासा कैडर भी है, बावजूद इसके मायावती कुछ ज्यादा करिश्मा नहीं दिखा सकीं।

चुनावी समीकरण बिगाड़ने में माहिर बीएसपी 

प्रदेश में बसपा का वोट प्रतिशत 2014 के विधानसभा चुनाव में 4.4 प्रतिशत रहा था। जबकि साल 2009 में 6.74 प्रतिशत और 1996 व 2000 में क्रमश : 5.44, 5.74 प्रतिशत वोट पार्टी को मिले थे। बसपा का हर विधानसभा क्षेत्र में वोट बैंक है और पार्टी उम्मीदवार किसी भी बड़े दल के प्रत्याशी का चुनावी गणित बिगाड़ देते हैं। इस बार भी बसपा सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है। बसपा उम्मीदवार कड़े मुकाबले वाली सीटों पर जीत-हार में अहम भूमिकानिभाएगी । उन्हें मिलने वाले वोट भाजपा, कांग्रेस उम्मीदवारों में से किसी को भी विधानसभा पहुंचने से रोक सकता है ।

पंजाब में अकाली दल के साथ बसपा का गठबंधन, बीजेपी का अलग रहने का दावा

पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के बीच गठबंधन की अटकलों पर फिलहाल विराम लग चूका है। भाजपा पंजाब के प्रदेश प्रभारी विजय रूपाणी ने साफ कहा कि पार्टी सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। वहीं चंडीगढ़ में जिला प्रधानों की बैठक के बाद अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि हमारा गठबंधन बसपा के साथ हुआ है।

 भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता है। शिअद का बसपा से गठबंधन है और आगे भी रहेगा। यह पूछे जाने पर कि बसपा यूसीसी के मुद्दे पर शिअद से अलग चल रही है, डॉ. चीमा ने कहा कि पार्टियां अलग-अलग विचारधारा रखती हैं लेकिन गठबंधन पार्टियों के बीच विभिन्न मुद्दों पर सहमति के तहत होता है। कई मामलों में बसपा और शिअद अलग-अलग विचार रख भी सकते हैं।

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