अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
नई दिल्ली। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस वार्षिक कार्यक्रम का उपयोग प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की रिपोर्ट कार्ड, महत्वपूर्ण योजनाओं और देश के लिए अपनी भावी योजनाओं के लिए करते रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री, जैसा कि उन्होंने पिछले भाषणों में भी किया है, आने वाले वर्षों के लिए अपने विचारों को रेखांकित कर सकते हैं और साल 2014 के बाद से कई क्षेत्रों में हुए विकास की रुपरेखा भी सबके सामने रख सकते हैं।
प्रधानमंत्री के हर भाषण का राजनीतिक अर्थ भी निकाला जाता है, इसलिए इस बार के भाषण में भी राजनीतिक संकेत हो सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधनों में मोदी ने विपक्षी दलों पर सीधे राजनीतिक हमला करने से बचते रहे हैं, लेकिन उन्होंने अक्सर भ्रष्टाचार और परिवारवाद को मुद्दा बनाया है।
वह विपक्षी दलों के कार्यकाल को नीतिगत अस्थिरता का दौर बताते रहे हैं और फिर अपनी सरकार में हुए बदलावों पर जोर देते रहे हैं। अपने भाषणों में, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय हित, सुरक्षा और विदेश नीति पर जोर दिया है और भारत की बढ़ती वैश्विकता का भी उल्लेख किया है। 2014 में लाल किले की प्राचीर से अपने पहले स्वतंत्रता दिवस भाषण में उन्होंने स्वच्छ भारत और जन धन खातों जैसे कई नए कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके बाद भी, उन्होंने आज कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं और महिलाओं के खिलाफ अपराध और सामाजिक संघर्ष जैसे सामाजिक बुराइयों पर जनता से जुड़ने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि वह 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने, औपनिवेशिक विचारों को दूर करने, विरासत पर गर्व करने, एकता की शक्ति को बढ़ावा देने और ईमानदारी से नागरिकों के कर्तव्यों को पूरा करने का वादा किया था। उन्हें अक्सर बताया गया है कि गरीब परिवारों के लिए शौचालय बनाने जैसे जमीनी मुद्दों को हल करने के लिए उन्होंने क्या किया है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रधानमंत्री इस वर्ष भी कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले मोदी ने 2018 में आयुष्मान भारत नामक एक बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की थी। स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषणों में, उन्होंने 2019 में प्रधान रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) पद की स्थापना, 2021 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने और गति शक्ति योजना और 75 वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की घोषणा किया था ।
दिल्ली अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस वार्षिक कार्यक्रम का उपयोग प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की रिपोर्ट कार्ड, महत्वपूर्ण योजनाओं और देश के लिए अपनी भावी योजनाओं के लिए करते रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री, जैसा कि उन्होंने पिछले भाषणों में भी किया है, आने वाले वर्षों के लिए अपने विचारों को रेखांकित कर सकते हैं और 2014 के बाद से विभिन्न क्षेत्रों में हुए विकास की रुपरेखा सबके सामने रख सकते हैं।
प्रधानमंत्री के हर भाषण का राजनीतिक अर्थ भी निकाला जाता है, इसलिए इस बार के भाषण में भी राजनीतिक संकेत हो सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधनों में मोदी ने विपक्षी दलों पर सीधे राजनीतिक हमला करने से बचते रहे हैं, लेकिन उन्होंने अक्सर भ्रष्टाचार और परिवारवाद को मुद्दा बनाया है।
वह विपक्षी दलों के कार्यकाल को नीतिगत अस्थिरता का दौर बताते रहे हैं और फिर अपनी सरकार में हुए बदलावों पर जोर देते रहे हैं। अपने भाषणों में, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय हित, सुरक्षा और विदेश नीति पर जोर दिया है और भारत की बढ़ती वैश्विकता का भी उल्लेख किया है। 2014 में लाल किले की प्राचीर से अपने पहले स्वतंत्रता दिवस भाषण में उन्होंने स्वच्छ भारत और जन धन खातों जैसे कई नए कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके बाद भी, उन्होंने आज कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं और महिलाओं के खिलाफ अपराध और सामाजिक संघर्ष जैसे सामाजिक बुराइयों पर जनता से जुड़ने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि वह 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने, औपनिवेशिक विचारों को दूर करने, विरासत पर गर्व करने, एकता की शक्ति को बढ़ावा देने और ईमानदारी से नागरिकों के कर्तव्यों को पूरा करने का वादा किया था। उन्हें अक्सर बताया गया है कि गरीब परिवारों के लिए शौचालय बनाने जैसे जमीनी मुद्दों को हल करने के लिए उन्होंने क्या किया है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रधानमंत्री इस वर्ष भी कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले मोदी ने 2018 में आयुष्मान भारत नामक एक बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की थी। स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषणों में, उन्होंने 2019 में प्रधान रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) पद की स्थापना, 2021 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने और गति शक्ति योजना और 75 वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की घोषणा की।