हाल ही में कंपनी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में लाभ हुआ है | पहली बार कंपनी मुनाफे में आई है |
HighLights :-
🔷Zomato से खाना खरीदने वाले हुए निराश
🔷प्लेटफॉर्म ने खाद्य डिलीवरी महंगी कर दी
🔷Zomato ने प्लेटफॉर्म पर फीस लगाई
🔷Food delivery company ने 2 रुपये चार्ज लगाया
Zomato से खाना खरीदने वाले निराश हैं। प्लेटफॉर्म ने खाद्य डिलीवरी महंगी कर दी है। Swiggy ने हाल ही में अपनी प्लेटफॉर्म फीस लागू की है। Zomato भी अब प्लेटफॉर्म फीस लागू कर रहा है। यानि अब Zomato से खाना खरीदना महंगा हो गया है। तो जोमाटो ने कितना प्लेटफॉर्म चार्ज किया? हम भी जानते हैं कि ग्राहक की जेब पर यह कैसे प्रभावित होगा।
Zomato से खाना ऑनलाइन खरीदना अब महंगा हो गया है। मीडिया ने इसकी चर्चा की है। मनी कंट्रोल के अनुसार, Swiggy के बाद प्लेटफॉर्म फीस लगाने वाली अगली कंपनी Zomato है। Food delivery company ने 2 रुपये चार्ज लगाया है। जल्द ही, ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐपों पर एक अनिवार्य प्लेटफॉर्म शुल्क लागू होगा जो कार्ट वैल्यू से अलग होगा। यानी ग्राहक को सिर्फ कार्ट वैल्यू से इस खर्च का भुगतान करना होगा। इससे पहले स्विगी ने प्लेटफॉर्म फीस दो रुपये की थी। इसके सभी आदेशों पर यह शुल्क लागू था।
Zomato के बारे में, कंपनी ने हाल ही में घोषणा की कि उसे वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में लाभ मिला है। पहली बार कंपनी मुनाफे में आई है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जोमैटो ने फिलहाल कुछ विशेष यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म फीस लागू की है। इसे ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट पर लागू नहीं किया गया है। 2 रुपये की शुल्क इसके ग्रॉस ऑर्डर का 0.5 प्रतिशत बनता है।
जोमैटो को जुन की दूसरी तिमाही में 17.6 करोड़ ऑर्डर मिले। दैनिक आधार पर, कंपनी लगभग 20 लाख ऑर्डर प्राप्त करती है। यही कारण है कि कंपनी प्लेटफॉर्म फीस के रूप में दो रुपये चार्ज लगाकर प्रतिदिन चालिस लाख रुपये कमा सकती है। कंपनी सिर्फ दो रुपये की मासिक प्लेटफॉर्म फीस लगाकर हर महीने बारह करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई कर सकती है। जोमैटो अभी इस बारे में अधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी है।