जनौली, खझरा, धीना, डिघी, अमड़ा, बरहनी, रामपुर, कमालपुर,एवती,महुरा, बरहन , माधोपुर,रैथा,सिलौटा आदि गांव की जनता जिला मुख्यालय जाने के लिए भटकती रहती है।
By-Diwakar Rai / /Purvanchaal News Print
धीना / चंदौली | विधान सभा सैयदराजा का क्षेत्र का माना जाना कमालपुर कस्बा है | क्षेत्र के जनौली, खझरा, धीना, डिघी, अमड़ा, बरहनी, राममपुर, मरूई कवईपहाड़पुर,खड़ान,असवरिया ,बहेरी,बसगावा,अहिकौरा,कोहना कमालपुर,एवती,महुरा, बरहन , माधोपुर,रैथा,सिलौटा ,आदि गांव की जनता जिलामुख्यालय जाने के लिए भटकती रहती है।
कमालपुर कस्बाऔर धीना बाजार मे आकर प्राइवेट साधनो के सहारे उनकी सहानुभूति बनकर इधर उधर भटकते रहते हैं । प्राइवेट गाड़ियां जब तक ठसा ठस सवारी भरते नही तब तकमुख्यालय चंदौली और मुगलसराय के लिये नहीचलते हैं।ऐसी परिस्थिति मे अधिकांश लोगो का सरकारी काम सेजैसे कोर्ट कचहरी, उच्चधिकारियों से समय से मिलने और आवश्यक कार्य से बंचित हो जाना आम बात हो गयी है।
पैसे की बरबादी ,कोर्ट कचहरी की मार से जनता बार-बार केंद्र, प्रदेश में बनी भाजपा की सरकार के सांसद विधायक सहित कमालपुर के व्यापार मंडल, सांसद विधायक के प्रतिनिधियों को कोसते रहते हैं। फिर भी उनके कानों पर जनता की परेशानियों की ओर ध्यान नहीं गया |
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शंकर प्रसाद गुप्ता व्यापार मंडल अध्यक्ष कस्बा कमालपुर |
वही व्यापार मंडल अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता का कहना है कि जिला बने 26 वर्ष हो गये पर सरकार व जिलाप्रशासन को न तो दिखाई देता है न ही सुनाई दे रहा है। व्यापार मंडल द्वारा अपने पैड पर लिखित शिकायत 24 अगस्त तथा 22-सितंबर को व्यापारी बन्धु की बैठक मे पुलिस अधीक्षक के माध्यम से सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक दिन भर रोडवेज बस चलवाने के लिए जिलाधिकारी को अवगत कराया जा चुका है ।इसके पूर्व मे समाचार पत्र के माध्यम से भी अवगत कराया जा चुका है ।
व्यापार बन्धु की बैठक में पुनः व्यापार मंडल द्वारा लिखित मांग रोडवेज बस मुगलसराय से वाया चंदौली -सैयदराजा, अमड़ा धीना, कमालपुर, डेढ़|वलचौकी, सकलडीहा से मुगलसराय और मुगलसराय से सकलडीहा,, डेढ़|वल, कमालपुर, धीना, अमड़ा, बरहनी मरुई, सैयदराजा चंदौली से मुगलसराय तक सुबह, दोपहर में दोनों तरफ से चलाने की मांग जिलाधिकारी के माध्यम से उ प्र सरकार को की जायेगी वह अन्तिम मांग होगी |मांगो परान्त सरकारी रोडवेज बस कमालपुर से जिला मुख्यालय तक नही चलाई गयी तो कमालपुर व्यापार मंडल गांधी वादी तरीके से लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होगा | इसकी जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी ।