फरार बिल्डर के खिलाफ आईपीसी की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 323 (चोट पहुंचाना), 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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लखनऊ में इमारत ढहने के बाद से फरार हुआ बिल्डर नैनीताल से गिरफ्तार |
👉यूपी पुलिस ने बिल्डर फहद यजदानी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले दर्ज किये हैं
👉इमारत गिरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय समिति से जांच के आदेश दिए थेलखनऊ | यूपी पुलिस की एक टीम ने कल शुक्रवार को बिल्डर फहद यजदानी को लखनऊ में उसके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामलों में उत्तराखंड के नैनीताल से गिरफ्तार कर लिया गया है । फहद के खिलाफ जनवरी में लखनऊ में एक इमारत के ढहने के संबंध में दर्ज एक मामला दर्ज किया गया, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। यजदानी उसी समय से फरार चल रहा था।
लखनऊ के पॉश हजरतगंज इलाके में चार मंजिला अलाया अपार्टमेंट के ढहने के बाद पुलिस ने समाजवादी पार्टी के विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद और भतीजे मोहम्मद तारिक को पकड़ा था। बताया जा रहा है कि दोनों इस इमारत के मालिक हैं।
उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 323 (चोट पहुंचाना), 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि, ''इमारत ढहने के मामले में फहद को गिरफ्तारी स्टे आर्डर मिल गया था। हजरतगंज के एसीपी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा, "हमने उसे धोखाधड़ी के दो मामलों में गिरफ्तार किया है।
एक पुलिस अफसर ने बताया कि फहद पर धोखाधड़ी का आरोप है कि उसने कथित तौर पर पैसे लेकर और फ्लैट नहीं देकर पीड़ित को धोखा दिया।
थाना प्रभारी (हजरतगंज) प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा कि फहद यजदानी के खिलाफ गैर जमानती वारंट लंबित है। पांडे ने कहा, "गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस टीम नैनीताल गई और फहद को गिरफ्तार कर लिया।
यजदानी पर इमारत गिराने का मामला दर्ज होने के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि उनका अलाया अपार्टमेंट के निर्माण से कोई संबंध नहीं है। "... इस घटना के सिलसिले में केवल मुझे बदनाम किया गया है... मैंने पड़ोस में रहने वाले लोगों से बात की है। यजदानी बिल्डर्स का इमारत से कोई संबंध नहीं है... मैंने पाया कि शाहिद मंजूर के बेटे और भतीजे का भी इमारत से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने सिर्फ फ्लैट बेचे। वे इस घटना के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।