आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 154वीं जयंती है और पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। राजघाट स्थित बापू की समाधि पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा का हुआ आयोजन
👉पीएम मोदी ने कहा-लाल बहादुर शास्त्री की सादगी, राष्ट्र के प्रति समर्पण और जय जवान, जय किसान का प्रतिष्ठित आह्वान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता
नयी दिल्ली | आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 154वीं जयंती है और पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। देश और विदेशों में भारतीय मिशनों द्वारा समारोहों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राजघाट स्थित बापू की समाधि पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ
। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तथा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित किये पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डॉ. जितेंद्र सिंह, मीनाक्षी लेखी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अदि शामिल थे।
महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों ने दुनिया के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया :राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा - महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों ने दुनिया के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने जीवन भर न केवल अहिंसा के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि उन्होंने स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों का मुद्दा भी उठाया तथा अस्पृश्यता, सामाजिक भेदभाव और निरक्षरता के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि महात्मा गांधी ने सभी को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और एक बड़े आंदोलन का नेतृत्व किया जिसने इतिहास की दिशा बदल दी और हमें आजादी मिली।
अपने संदेश में, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत औपनिवेशिक शासन के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में मार्गदर्शक थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता और समानता के लिए बापू की निरंतर खोज न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए एक प्रेरणा बनी हुई है। श्री धनखड़ ने लोगों से उनके नक्शेकदम पर चलने और राष्ट्र की प्रगति के लिए आत्मनिर्भरता, समावेशिता और सार्वभौमिक भाईचारे के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को बनाए रखने का प्रयास करने का संकल्प लेने को कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि महात्मा गांधी की कालजयी शिक्षाएं हमारा मार्गदर्शन करती रहती हैं। उन्होंने कहा, गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो संपूर्ण मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। श्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि उनके विचार प्रत्येक युवा को उस परिवर्तन का वाहक बनने में सक्षम बनाएंगे जिसका उन्होंने सपना देखा था, जिससे सर्वत्र एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा।
देश आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर याद कर रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल बहादुर शास्त्री के स्मारक विजय घाट जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
श्री मोदी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री की सादगी, राष्ट्र के प्रति समर्पण और जय जवान, जय किसान का प्रतिष्ठित आह्वान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है। श्री मोदी ने कहा कि भारत की प्रगति के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उनका नेतृत्व अनुकरणीय है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि लाल बहादुर शास्त्री के साहस, सेवा और सादगी को हमेशा याद किया जाएगा।